जोलकांडे में स्थापित मॉर्डन क्रू सेंटर की मदद से वन विभाग ने जंगल में आग लगा रहे जौलकांडे तीन नाबालिगों को धर दबोचा है। बाद में उनके अभिभावकों को विभाग ने मौके पर बुलाया और पांच हजार रुपये निजी मुचलके पर उन्हें छोड़ा। जंगल में आग लगाने वालों को पकड़ने की विभाग की यह तीसरी कार्रवाई है। इससे पहले दो लागों से दस तथा साढ़े दस हजार रुपये की वसूली विभाग कर चुका है।
आज के दिन में हुई बारिश के बाद जिले के जंगल की आग बुझ गई, लेकिन शरारती तत्व अभी भी जंगल को आग में झोंकने में पीछे नहीं है। आज देर शाम वन पंचायत जुलकिया के जंगल में तीन नाबालिग आग लगाते हुए वन विभाग ने पकड़ लिए। कठायतबाड़ा से वन विभाग की टीम ने देखा की वन पंचायत जुलकिया में अचानक तीन जगह आग लग गई। इसकी सूचना उन्होंने क्रू सेंटर जौलकांडे को दी। सूचना मिलते ही वन कर्मी मौके पर पहुंचे तो तीन नाबालिग जंगल में आग लगा रहे थे। उनके हाथ में लाइटर था। जिसका उपयोग वह जंगल जलाने में कर रहे थे। आग लगाने वाले तीनों नाबालिग जौलकांडे के थे। जो बाजार से दूध बेचकर अपने घर को जा रहे थे। इसके बाद वन विभाग ने उनके परिजनों के अलावा ग्राम प्रधान को इसकी सूचना दी। ग्राम प्रधान की उपस्थिति में उनके परिजनों से पांच हजार का जुर्माना वसूला और उन्हें निजी मुचलके पर छोड़ा। आरओ श्याम सिंह करायत ने बताया कि तीन नाबालिग जंगल में आग लगाते धरे गए। उनके परिजनों को बुलाने के बाद उन्हें पांच हजार के निजी मुचलके पर छोड़ दिया। उन्होंने बताया नाबालिगों ने आज ही बाजार से लाइटर भी खरीदा है। जिस दुकान से उन्होंने खरीदा वहां से पुष्टि भी कर ली है। बागेश्वर रेंज में जंगल में आग लगाने वाले अब तक तीन लोग पकड़े जा चुके हैं। आगे भी विभाग ऐसे लोगों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। विभाग कार्रवाई से शरारती तत्वों में हड़कंप मचा हुआ है।