logo

नशा आतंक का हथियार – ललित जोशी

खबर शेयर करें -

विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर देहरादून के कुंआवाला स्थित सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटीग् रुप ऑफ कॉलेज में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने पोस्टर, नुक्कड़ नाटक, भाषण कार्यक्रमों के जरिए कैंसर से कैंसर से बचाव व उसकी समय पर पहचान के लिए जागरुक किया। छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कॉलेज के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने कहा कि कैंसर एक खतरनाक बीमारी है, प्राय: देखा गया है कि तंबाकू, धूम्रपान एवं शराब जैसे मादक पदार्थों का सेवन करने वाला व्यक्ति इस बीमारी की जद में आ जाता है। उन्होंने “नशे को ना, जिंदगी को हां” का संदेश देते हुए छात्र-छात्राओं से नशे से दूर रहने की अपील की और बताया कि आतंकवाद को सबसे ज़्यादा फंडिंग नशे के कारोबार से होती है। जाने अनजाने में नशा करने वाले युवा आतंक वाद को बढ़ावा देते है। अतः हम सब को नशा मुक्त समाज के निर्माण का संकल्प लेना चाहिये। विश्व कैंसर दिवस प्रत्येक वर्ष 4 फरवरी को मनाया जाता है। विश्व कैंसर दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को इसकी रोकथाम, जल्द पहचान और उपचार के बारे में शिक्षित और प्रेरित करना है। विश्व कैंसर दिवस का प्राथमिक लक्ष्य कैंसर से होने वाली बीमारी और मृत्यु को कम करना है। विश्व कैंसर दिवस का महत्व

विश्व कैंसर दिवस कैंसर के वैश्विक प्रभाव के बारे में बताता है, यह बहुमूल्य मानव जीवन के नुकसान को कम करने के लिए शीघ्र पहचान और उपचार की जरूरत पर जोर देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। यह दिन दुनिया भर में व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों पर कैंसर के नकारात्मक परिणामों को कम करने के लिए सहयोग करने के लिए व्यक्तियों, सरकारों और संगठनों के लिए कार्रवाई का आह्वान भी है।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Share on whatsapp