उत्तराखंड पेयजल निगम व जलसंस्थान का एकीकरण, राजकीयकरण की मांग जारी है। इस मांग को लेकर कर्मचारियों ने मंगलवार को भी धरना दिया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती वह चुप नहीं रहेंगे।
जल निगम, जलसंस्थान संयुक्त मोर्चा ने जल निगम कार्यालय पर धरना दिया। अधिकारी, कर्मचारी संयुक्त समन्वयक मोर्चा के जिला संयोजक कैलाश सिंह राणा ने कहा कि सरकार की नियती साफ नहीं होने से पेयजल निगम और जलसंस्थान का एकीकरण नहीं हो सका है। यह मांग लंबे समय से शासन स्तर पर विचाराधीन है, जबकि देश के लगभग 24 राज्यों में पेयजल और सीवरेज व्यवस्था के लिए राजकीय एकीकृत विभाग स्थापित हैं। उत्तराखंड में पेयजल की बहुल व्यवस्था होने के कारण जहां एक ओर विभागों में आपसी सामंजस्य का अभाव है, वहीं आम जन मानस में भ्रम की स्थिति रहती है। इस दौरान मनोज, बिशन सिंह, कैलाश सिंह, चंदन सिंह, नरेंद्र, चंद्रा देवी, संदीप कुमार, कुशल सिंह, अनिल, नसीम मोहम्मद तथा किशोर पंतआदि उपस्थित थे।