मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी ने शनिवार को विकासखंड कपकोट के शामा व लीती क्षेत्र में स्वरोजगार व आत्मनिर्भर की दिशा में कार्य कर रहें काश्तकारों के बागवानी का जायजा लिया तथा किसानों की समस्याओं के निराकरण को लेकर गांव में चौपाल लगाकर समस्यांए सुनीं। चौपाल में 17 शिकतायते व समस्याएं प्राप्त हुई जिसमें से 06 का मौके पर ही निस्तारण किया गया औऱ शेष शिकायतों और समस्याओं के निराकरण के लिए संबंधितों को निर्देशित किया गया।
सीडीओ ने खेती,बागवानी को आजीविका का बेहतर माध्यम बताते हुए ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि कपकोट क्षेत्र में कीवी की अच्छी पैदावार है। उन्होंने कहा कि कीवि की बड़े स्तर पर ब्रांडिंग करने के तैयारी की जा रही है, जिससे जहां एक ओर ग्रामीणों को सीधा लाभ मिलेगा वहीं उनकी आर्थिकी भी मजबूत होगी। उन्होंने कहा मत्स्य पालन के साथ ही कीवी को सीधे ग्रामीणों की आजीविका से जोड़ने की इस मुहिम से किसान आत्मनिर्भर बनेंगे। उद्यान अधिकारी ने बताया कि कीवि बागवानी से जुड़े 100 से अधिक किसानों द्वारा 80 लाख से अधिक का कारोबार किया है। उन्होंने कहा कि बंदरों से कीवी को कोई नुकसान नहीं है इसलिए किसानों को रूचित लेते हुए इस क्षेत्र में आगे आना चाहिए।
वहीं मुख्य विकास अधिकारी ने विभिन्न विद्यालयों, प्राथमिक स्वास्थ केंद्र शामा के साथ ही पीएमजीएसवार्इ की सड़कों एवं भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का भी दौरा किया। उन्होंने बडीपन्याली राजेंद्र कोरंगा की भूमि में हुए भूस्खलन एवं उमेश सिंह के ध्वस्त आवास के जायजा लेने के दौरान भूस्खलन का प्राक्कन मनरेगा तथा कृषि विभाग के साथ केंद्राभिसरण के माध्यम से 10 दिन के भीतर तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश खंड विकास अधिकारी को दिए।
निरीक्षण के दौरान उद्यान अधिकारी आरके सिंह, खंड विकास अधिकरी ख्याली राम, भवान सिंह कोरंगा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राम सिंह कोरंगा व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।