लखनऊ यूनिवर्सिटी की महिला प्रोफेसर डॉ. माद्री काकोटी के पोस्ट पाकिस्तान में वायरल हो रहे हैं. पहलगाम हमले के बाद उन्होंने ये पोस्ट भारत सरकार पर सवाल उठाते हुए किए थे. उन्होने सोशल मीडिया पर हमले का विरोध जताने वाले लोगों के लिए भी अपशब्दों का प्रयोग किया था. पोस्ट वायरल होने के बाद बवाल बढ़ा तो छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया और उन्हें टुकड़े-टुकड़े गैंग का मेंबर बता दिया.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने लखनऊ के हसनगंज थाने में उनके खिलाफ देशद्रोह समेत 7 धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है. इसके अलावा विवि प्रशासन की ओर से भी 5 दिनों में उनसे कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। बता दे कि पहलगाम हमले के बाद प्रोफेसर डॉ. माद्री ने एक वीडियो पोस्ट किया था. जो पाकिस्तान में वायरल हो गया था.इसके बाद छात्रों का एक गुट इनके विरोध में उतर आया था. उनका कहना था कि मैडम टुकड़े-टुकड़े गैंग की मेंबर हैं और मानसिक आतंकवाद फैला रही हैं. मुकदमा दर्ज होने के बाद प्रोफेसर ने इस पूरे मामले में अपनी सफाई भी दी है.
प्रोफेसर डॉ. माद्री ने वीडियो पोस्ट में कहा था कि पहलगाम में 27 लोग मर गए. जो आम हिंदुस्तानी थे. मीडिया जिम्मेदारों ने सवाल पूछने की बजाय लाशों पर टीआरपी बटोरने में लगी है, इंटरनल सिक्योरिटी में इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई.वह यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने यहां तक कह दिया कि सोशल मीडिया पर भौंकने वाले भारत के …. 2 रुपये कमेंट के हिसाब से नफरत की रोटी सेंकते हैं और अटैक को राजनीति का एजेंडा बनाने में लगे हैं.इसके अलावा उन्होंने एक और पोस्ट किया था, जिसमें उन्होने कहा था कि धर्म पूछकर लिंच करना, नौकरी से निकालना, घर न देना और बुलडोजर चलाना भी आतंकवाद है. ये पोस्ट पाकिस्तान में सबसे पहले PTI प्रमोशन के अकाउंट से शेयर किए गए और इसके बाद वायरल हो गए.
बता दे कि डॉ. माद्री लखनऊ यूनिवर्सिटी में भाषा विज्ञान की असिस्टेंट प्रोफेसर हैं.वह यहां 2016 से तैनात हैं. इससे पहले वह जेएनयू में गेस्ट फैकल्टी भी रह चुकी हैं.मूल रूप से असम के नगांव से ताल्लुक रखने वाली प्रोफेसर ने 12 तक पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय से की है. इसके बाद उन्होंने DU के इंद्रप्रस्थ कॉलेज से इंग्लिश लिटरेचर में बीए किया. इसके बाद वह जेएनयू में पढीं और वहां उन्होंने एमए इन इंटरनेशनल रिलेशंस और एमए इन लिंग्विस्टक्स की पढ़ाई की.
अब डॉ. माद्री ने अपने ऊपर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होने के बाद सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि मेरे वीडियो ओर X पोस्ट में जो आतंकी शब्द है वह पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकियों के लिए है, जिन्होंने धर्म पूछकर भारतीयों की निर्मम हत्या की. इन हमलों की जितनी निंदा की जाए वह कम है. मुझे दुख है कि मैं अपना आशय स्पष्ट नहीं कर पाई. भाषा विज्ञान की डिग्री के बावजूद मैं अपनी भाषा को स्पश्ट नहीं कर पाई. हालांकि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेंरे विचारों को पाकिस्तान से जोड़ा जाएगा. इससे मेरी प्रतिष्ठा को चोट पहुंची है. मैं अपने देश और देशवासियों के साथ खड़ी हूं और मरते दम तक खड़ी रहूंगीं.
पहलगाम पर पोस्ट से पहले भी डॉ.माद्री कई विवादित पोस्ट करती रही हैं, एक पोस्ट में तो उन्होंने कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री को मारने तक की बात कह दी थी. इसके अलावा अंडरगारमेंट पर एक पोस्ट कर भारत की न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाया था. पीएम मोदी और चीफ जस्टिस के लिए भी अपने पोस्ट में वह अभद्र शब्दों का प्रयोग कर चुकी हैं.






