डिग्री कॉलेज में कल एक छात्रा ने असिस्टेंट प्रोफेसर पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया और उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की थी। छात्रा के पक्ष में छात्र-छात्राओं ने कॉलेज में प्रदर्शन कर आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्राचार्य का घेराव किया। कॉलेज परिसर में नारेबाजी करते हुए विद्यार्थी धरने पर बैठ गए। पुलिस भी मौके पर पहुंची थी। आज मामले में छात्रा ने कोतवाली में प्रोफेसर के खिलाफ मामला दर्ज किया और निदेशालय ने प्रोफेसर को द्वाराहाट अटैच कर दिया है,लेकिन छात्र छात्राओं ने आरोपी प्रोफेसर को तुरंत निष्कासित करने की मांग को लेकर आज भी महाविद्यालय में जमकर हंगामा काटा।
कोतवाली बागेश्वर को दिए गए पत्र में स्नातक द्वितीय वर्ष की छात्रा ने कहा कि 13 सितंबर को वह असाइनमेंट जमा कराने राजनीति विज्ञान विभाग में गई थी। वहां मौजूद असिस्टेंट प्रोफेसर संजय टम्टा ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया और बदनीयती से उसे छुआ। प्रोफेसर ने उसे घर जाने से भी रोका। मामले की जानकारी जब कॉलेज के अन्य विद्यार्थियों को हुई तो उन्होंने कल कॉलेज में उनके द्वारा जमकर प्रदर्शन किया गया। छात्रसंघ अध्यक्ष सौरभ जोशी के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं ने आरोपी प्राध्यापक के खिलाफ नारेेबाजी की। विद्यार्थियों ने प्राचार्य का भी घेराव किया और कॉलेज के भीतर प्राध्यापक की ओर से किए गए अशोभनीय कृत्य के लिए नाराजगी जताई। सूचना मिलते ही कोतवाल जगदीश सिंह ढकरियाल और महिला हेल्पलाइन प्रभारी खष्टी बिष्ट पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थे। कोतवाल ने छात्र-छात्राओं को समझाने का प्रयास किया, हालांकि युवाओं की नाराजगी कम नहीं हुई। कॉलेज की महिला शिकायत निवारण प्रकोष्ठ ने पीड़ित छात्रा और आरोपी प्रोफेसर के बयान लेकर रिपोर्ट निदेशालय को भेज दी है। देर शाम निदेशालय से जांच के निर्देश आ गए। मामले का संज्ञान लेते हुए निदेशालय ने त्वरित कार्रवाई करते हुए असिस्टेंट प्रोफेसर को तत्काल प्रभाव से अग्रिम आदेशों तक राजकीय पीजी कॉलेज द्वाराहाट संबद्ध कर दिया है। उप निदेशक डॉ. आरएस भाकुनी ने इस आशय का पत्र प्राचार्य को भेजा है। जांच समिति भी गठित कर दी गई है। जांच समिति में पीजी कॉलेज बेरीनाग के प्राचार्य डॉ. चंद्र दत्त सूंठा और पीजी कॉलेज सोमेश्वर की प्राचार्य डॉ. हेमा प्रसाद को शामिल किया गया है। समिति को जांच कर रिपोर्ट सात दिन के भीतर प्रस्तुत करने को कहा गया है।
वही मामले में आज छात्र छात्राओं ने प्रोफेसर को अटैच किए जाने का विरोध किया और महाविद्यालय प्रशासन पर भी उनका साथ देने का आरोप लगाया छात्र-छात्राओं ने कहा कि ऐसे आरोपी प्रोफेसर को त्वरित रूप से निष्कासित किया जाना चाहिए जबकि निदेशालय में केवल अटैचमेंट कर मामले की इतिश्री करने का प्रयास किया है जो कि गंभीर मामला है उन्होंने कहा कि ऐसे शिक्षक को किसी की जगह अटैच नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसे शिक्षक अपनी नियत को कहीं नहीं बदल सकते हैं उन्होंने कहा कि शिक्षक के खिलाफ अब और लोग भी आ रहे है। छात्रसंघ अध्यक्ष सौरभ जोशी ने बताया कि यह मामला केवल महाविद्यालय की एक छात्रा तक सीमित नहीं है कल मामला उठने के बाद उनके पास करीब 5 से 10 छात्राओं ने शिकायत दर्ज की है और बताया उस वक्त तो उनमें हिम्मत नहीं आई थी लेकिन आज वह भी इस मामले में ऐसे शिक्षक के खिलाफ बोलने को तैयार हैं वही मामले की जानकारी मिलते ही पूर्व छात्र संघ के सदस्यों ने भी महाविद्यालय पहुंचकर महाविद्यालय में ऐसे शिक्षक के खिलाफ तुरंत निष्कासित करने की कार्रवाई करने को कहा।