बीएसएफ के प्रथम महिला प्रहरी दल ने चमोली जिले में स्थित 7130 मीटर उंची माउंट मुकुट ईस्ट की चोटी में सफलता पूर्वक चढ़ने में सफलता प्राप्त की। पदमश्री लवराज सिंह धर्मशक्तू के नेतृत्व में इस दल में चार महिला पर्वतारोही तथा छह स्पोर्टिंग टीम के सदस्य शामिल रहे। इस दल को पांच अगस्त को दिल्ली में बीएसएफ के हेड ऑफिस से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था। विपरीत मौसम के चलते अंतत: दल को दस सितंबर को मुकुट पर्वत की चोटी में चढ़ने में सफलता प्राप्त हो सकी।
माउंट मुकुट, भारत-चीन सीमा पर, कामेट के उत्तर-पश्चिम और अबीगामिन के पास स्थित है। 1951 में पहली बार माउंट मुकुट की पश्चिमी तीखी और खड़ी चोटी पर न्यूज़ीलैंड के पर्वतारोही दल को इस चोटी के शीर्ष में पहुंचने में सफलता मिली थी।
बागेश्वर जिले के केदारी बगड़ निवासी एवरेस्टर केदार सिंह कोरंगा ने फोन से बताया कि, उनके बीएसएफ दल को दस सितंबर को मुकुट चोटी पर चढ़ने में सफलता मिली। उन्होंने बताया कि लगातार मौसम खराब रहने से टीम को काफी परेशानियों से जूझना पड़ा। तीन दिन तक लगातार बर्फबारी होने पर कई बार उंचाई में खोले गए कैंप से टीम को नीचे बेस कैंप में उतरना पड़ा। अंतत: मौसम साफ होने पर दस सितंबर को दस पर्वताहियों को 23392 फिट उंची चोटी मुकुट में पहुंचने में सफलता मिल गई। उन्होंने बताया कि उनका दल आज ही बद्रीनाथ पहुंचा, जहां नेटवर्क मिलने पर सूचना दे पाना संभव हो पाया। उन्होंने बताया कि, इस अभियान में बारह महिला प्रहरी तथा पन्द्रह स्पोर्टिंग टीम थी। इस दल के साथ पद्मश्री और सात बार के एवरेस्ट विजेता लवराज सिंह तकनीकी सलाहकार के रूप में शामिल रहे। उन्होंने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण एवं साहसिक खेलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के साथ ही स्वच्छ भारत, स्वच्छ हिमालय के संदेश को भी प्रचारित करना है।
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महिला प्रहरी क्लाईंबिंग मेंबर:
राजवत, मुर्मन घोष, रूबीका और आकिर्ती शर्मा
क्लाईंबिंग स्पोर्ट मेंबर:
पद्मश्री एवं एवरेस्टर लवराज सिंह धर्मशक्तू, एवरेस्टर केदार सिंह कोरंगा, सब इंस्पेक्टर कमलेश, हेड कांस्टेबल केदार कोरंगा, प्रवीण, मनोज दहल, प्रीतम, विकास रावत।
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