बागेश्वर: जिला पंचायत सदस्य सरमोली वार्ड मुनस्यारी जगत मर्तोलिया ने भोटिया बाजार बनखोला को लेकर विकास खंड प्रशासन के निर्णय की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि भोटिया समाज आहत हुआ है। उन्होंने घटना की जांच के लिए समिति गठित करने की मांग की है।
जिलाधिकारी के माध्यम से प्रमुख सचिव और पुलिस महानिदेशक को उन्होंने ज्ञापन भेजा। कहा कि खंड विकास अधिकारी ने प्रशासन और पुलिस के साथ अवैधानिक रूप से सरस मार्केट पर कब्जा किया है। सरस भवन के निर्माण के बाद तत्कालीन जिलाधिकारी के आदेशों के क्रम में भवन संचालन का दायित्व जोहार जनजाति समिति को दिया गया था। समिति का पक्ष प्रस्तुत करने का अवसर भी नहीं दिया गया। समिति के कार्यालय और वहां रखा गया व्यापारियों का लाखों रुपये का समाान बाहर फेंक दिया गया। उन्होंने न्याय की प्रक्रिया को नहीं अपनाया। बैठक आदि से रास्ता निकाला जा सकता था। द्वेष भावना रखते हुए जबरन खाली कराया है। जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करना निंदनीय है। प्राथमिकी के बावजूद मामला दर्ज नहीं किया गया है। बागेश्वर में वर्षों से अनुसूचित जनजाति और अन्य समाज के लोग प्रेम-व्यवहार, सौहार्दपूर्ण वातावरण में रहते हैं। कत्यूर घाटी और दानपुर से शौक जनजातियों की सैकडों वर्ष पुराने संबंध रहे हैं। उन्होंने सरस मार्केट की जिम्मेदारी पूर्व की भांति समिति को देने, दोषी के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करने और कठोर विभागीय कार्रवाई की मांग की। ऐसा नहीं होने पर उत्तराखंड के अनुसूचित जनजाति समुदाय के लोग हजारों की संख्या में बागेश्वर आकर इस उत्पीड़न के विरुद्ध प्रतिरोध करेंगे।