स्थानीय जनभागीदारी से हुआ कूड़ा संग्रहण, प्लास्टिक निस्तारण और पर्यावरण संरक्षण का संदेश
बागेश्वर
विश्व वर्षा वन दिवस के अवसर पर बागेश्वर में “भागीरथी स्वच्छता पुनर्जीवन अभियान” के तहत एक प्रेरणादायक स्वच्छता और पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अभियान में स्थानीय जनसमुदाय की सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न स्थानों पर फैला कूड़ा-कचरा और प्लास्टिक एकत्र कर नगर पालिका परिषद की कूड़ा गाड़ी के माध्यम से निस्तारण हेतु भेजा गया।
कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए वृक्ष पुरुष के नाम से विख्यात पर्यावरण संरक्षक किशन सिंह मलड़ा ने श्रीनौला जलस्रोत के आसपास स्वच्छता अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि वनों की सुरक्षा ही वर्षा जल के संरक्षण की कुंजी है। उन्होंने खाली पड़ी भूमि पर पौधरोपण और उनकी सुरक्षा को प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी बताया। साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए सदैव सक्रिय रहने की अपील भी की।
श्रीनौला पर स्थित बैठक पार्क में आमजन से संवाद करते हुए उन्होंने स्वच्छता बनाए रखने की अपील की और सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।
इस अभियान में कई स्थानीय जागरूक नागरिकों ने भागीदारी निभाई, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल रहे:
डॉ. अमित डसिला
घनश्याम पाठक
जीवन जोशी
पुष्पा कुंवर
मनीषा मलड़ा
शैलेन्द्र सिंह चौहान
शोबन राम
किशन राम
वीरेन्द्र कुमार
रमेश प्रकाश पर्वतीय
इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने यह भी संकल्प लिया कि वे अपने आस-पास के पर्यावरण को स्वच्छ रखने, जल स्रोतों की रक्षा करने तथा वृक्षारोपण में सक्रिय भागीदारी निभाएंगे। अभियान ने यह संदेश दिया कि छोटे-छोटे प्रयास मिलकर बड़े परिवर्तन ला सकते हैं और प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने में प्रत्येक व्यक्ति की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।






