विधानसभा उपचुनाव का प्रचार अब महज तीन का और रह गया है। सभी दलों के तमाम दिग्गज यहां अपने-अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए जी जान से लगे हुए है। उपचुनाव में पांच पार्टियों के प्रत्याशी मैदान में है जिनमे भाजपा, कांग्रेस, यूकेडी, सपा और उपपा है।
बागेश्वर उपचुनाव दोनो ही मुख्य दलों भाजपा और कांग्रेस के लिए अपनी-अपनी प्रतिष्ठा का चुनाव हो गया है। जहां सत्ता में बैठी भाजपा इस सीट से लगातार चार चुनाव जीती हुई है तो कांग्रेस उत्तराखंड बनने के बाद केवल पहला चुनाव ही जीत पाई है। कांग्रेस पार्टी इस चुनाव में अपने को काफी मजबूती से पेश कर पाने में सफल भी रही है। वही बता दे कि भाजपा ने महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारा है जिसका महिलाओ पर काफी असर भी हो रहा है। बागेश्वर सीट में महिला वोटरों का काफी ज्यादा प्रभाव रहता है। जिसका सीधा लाभ भाजपा को मिल सकता है। हालाकि बागेश्वर उपचुनाव में वोटर काफी शांत नजर आ रहा है।
वही प्रचार की बात करे तो कल सीएम धामी दो दिवसीय दौरे पर बागेश्वर आ रहे है। सीएम गरुड़ में रोड शो करने के साथ-साथ बागेश्वर में जनसभा और रोड शो करेंगे। वही रविवार को काफलीगेर में जनसभा को सम्बोधित करते हुए। भाजपा प्रत्याशी को वोट देने की अपील करेंगे। सीएम धामी ने अपनी पहली जनसभा में सरकार द्वारा महिलाओ के लिए किए जा रहे कार्यों को गिनाया था। और महिलाओ से महिला उम्मीदवार को अधिक से अधिक वोट देने की अपील भी की थी। वही उनके द्वारा शनिवार से फिर से बागेश्वर आगमन पर बीजेपी कार्यकर्ता जोर शोर से तैयारीयो में जुटे हुए है।
वही कांग्रेस के नेता ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी पूरी ताकत झोंक दी है। हरीश रावत तीन दिनों से यही जमे हुए है। उनके द्वारा गरुड़ में जनभा को संबोधित करते हुए बेरोजगारी और महंगाई को मुद्दा बनाते हुए पार्टी के प्रत्याशी बसंत कुमार को वोट देने की अपील की हुई है। वही उनके द्वारा कल बिलोना और आज काफलीगेर में जनसभा और रोड शो का आयोजन किया गया है। हरीश रावत के साथ साथ नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य नेता उप प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, प्रदेश अध्यक्ष करन महरा और कई जिलों के विधायक भी लगातार यही जमे हुए है।
वहीं बीजेपी के भी प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा, रेखा आर्या, गणेश जोशी, सतपाल महाराज, धन सिंह रावत सहित मंत्री और संगठन के वरिष्ठ नेता भी बागेश्वर में जमे हुए हैं। रेखा आर्य महिलाओ के बीच जमी हुई है तो गणेश जोशी पूर्व सैनिकों को अपने पक्ष में मतदान की अपील कर रहे है। उनके साथ ही पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी बागेश्वर में जमे हुए है।
भाजपा पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व. चंदन राम दास के कार्यकाल में सड़क, शिक्षा, पेयजल समेत अन्य क्षेत्र में हुए विकास कार्यों को लेकर जनता के बीच ले जा रही है। भाजपा कार्यकर्ता जिले को रोडवेज की सौगात, बागनाथ मंदिर का नया रंगरूप, गांव-गांव तक सड़कों का जाल, पेयजल योजनाओं के काम को लोगों के बीच रख रहे हैं।
और कांग्रेस पार्टी भी महंगाई, बेरोजगारी, चुनाव में पक्षपात के आरोप लगा रही है। दोनों दल अपने अपने जीत के दावे कर रहे हैं। लेकिन मतदाताओं की खामोशी ने दलों की परेशानी बढ़ा रखी है।
वही भाजपा और कांग्रेस की मुख्य लड़ाई के बीच यूकेडी, सपा और उपपा प्रत्याशी भी अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। यूकेडी से अर्जुन देव, सपा से भगवती प्रसाद त्रिकोटी और उपपा से भगवत कोहली चुनाव मैदान में हैं। सभी दल अपने-अपने जीत के दावे तो कर रहे है। लेकिन उपचुनाव की ये खामोशी किस और रुख करता है ये तो आने वाला चुनाव ही बता पाएंगा।


























