मुख्यमंत्री के बागेश्वर दौरे पर बागेश्वर के युवाओं ने मुख्यमंत्री को पुलिस भर्ती परीक्षा का परिणाम जिलेवार करने हेतु ज्ञापन दिया उन्होंने कहा इससे पूर्व भी जिला स्तर पर चयनित व्यक्तियों के आधार पर ही जिलेवार मेरिट बनती थी जिससे पहाड़ी जिलों के दुर्गम स्थानों में निवास करने वाले अभ्यर्थियों को भी चयनित होने वह समान प्रतियोगिता का सामना होता था। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में नेटवर्क व कोचिंग की सुविधा का लाभ अभ्यर्थियों को नहीं मिल पाता है जिस कारण वह ऑनलाइन ऑफलाइन कोचिंग की सुविधा से छूट जाते हैं।
इसके अलावा डीजीपी के द्वारा पलायन रोकने के लिए पहाड़ी जिलों विशेषकर बागेश्वर,पिथौरागढ़,चंपावत,चमोली,रुद्रप्रयाग,उत्तरकाशी के वर्तमान समय में 722 पुलिसकर्मियों को होम पोस्टिंग की सुविधा दी हुई है। जिससे कुछ हद तक पलायन रोकने में उनका यह फैसला कामयाब भी रहा है। और गांव में रोनक भी वापस लौट आई है।
किंतु जिस तरीके से आयोग ने राज्य स्तर पर करने का निर्णय लिया है उससे कर्मचारियों की पोस्टिंग पहाड़ों में ना के बराबर हो पाएगी जिससे पहाड़ों को फिर से पलायन के मार झेलनी पड़ेगी। इसलिए उनके द्वारा मुख्यमंत्री से निवेदन किया गया वर्तमान समय में गतिमान पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में पुराने नियमों के आधार पर ही जिलेवार चयनित करने हेतु आयोग को निर्देशित किया जाए।जिससे पहाड़ के दर्द को कम करने में सहायता मिल सके इस मौके पर नगर पालिका सभासद धीरेंद्र परिहार,नितिन जोशी आदि मौजूद रहे।