बागेश्वर में विश्व पर्यावरण दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया। पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के लिए लोग आगे आए। पौधारोपण के साथ ही जंगलों को बचाने की शपथ ली गई। गरुड़, बागेश्वर, कपकोट, कांडा आदि स्थानों पर जन जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।
विवेकानंद विद्या मंदिर स्कूल मंडलसेरा सेवा भारती प्रशिक्षण के दौरान वृक्षारोपण किया गया। वही आनंदी एकेडमी के छात्र छत्राओ ने चंडिका मन्दिर परिसर में स्वच्छता अभियान चलाते हुए पर्यावरण संरक्षण के संदेश दिया व जिला जजी परिसर में भी वृक्ष प्रेमी किशन मलड़ा ने देवकी लघु वाटिका मंडलसेरा से आंवला, तेजपत्ता, अमरुद, बांज, फल्यांट आदि के पौध उपलब्ध कराए। जिला जज एसएमडी दानिश ने कहा कि सभी लोगों को पौधारोपण के लिए आगे आना होगा। पर्यावरण के संतुलन को तभी बनाए रखा जा सकता है। वही रेडक्रास सोसायटी व नेशनलिट्स यूनियन ऑफ जर्नलिस्टस ने देवकी लघु वाटिका मंडलसेरा में गोष्ठी आयोजित की। और वृक्षारोपण कर सभी से पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आने को कहा। गोष्ठी का संचालन कन्हैया वर्मा द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि आज इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम ‘ओनली वन अर्थ’ है जिसका मतलब है कि हमारे जीने लायक सिर्फ एक ग्रह है और वह पृथ्वी ग्रह है और इसके बचाव के लिए हमें पर्यावरण का संरक्षण अनिवार्य रूप से करना होगा ।
रेडक्रॉस चेयरमैन संजय शाह जगाती जी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए और उनका संरक्षण भी करना चाहिए यह संदेश दिया।
बैठक में व्यवसायी व समाजसेवी बबलू जोशी जी के सहयोग को सराहा गया और उनके द्वारा अजैविक निस्तारण के लिए उनके कुदेके बदले फलों का वितरण किया जा रहा है उसकी सराहना की गई। वाइस चेयरमैन श्री इंदर सिंह फर्स्वाण ने कहा कि हमें पर्यावरण को विशेष रूप से देखना होगा हमें वृक्षारोपण वृक्ष संरक्षण जल संरक्षण के क्षेत्र में भी कार्य करना होगा और अपने प्रयासों को केवल प्रचारित प्रसारित करने से ही यह कार्य संपन्न नहीं होगा हमें धरातल पर अधिक से अधिक कार्य करना होगा। वही नेशनलिट्स यूनियन ऑफ जर्नलिस्टस के पूर्व जिलाध्यक्ष जगदीश उपाध्याय ने बताया कि यूनियन हमेसा पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करती रहती है।केवल आज ही नही हर कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण के लिए गोष्ठी आयोजित की जाती है। आज विश्व पर्यावरण दिवस पर भी हम वृक्षारोपण कर सभी से इसे एक मुहिम बनाने की अपील करते है। वृक्षपुरुष किशन मलडा ने प्राकृतिक पर्यावरण के साथ-साथ मानवीय पर्यावरण के बीच संवर्धन और समृद्धि के लिए प्रयास करने की आवश्यकता बताई उन्होंने कहा कि यदि मानवीय पर्यावरण स्वच्छ और सुंदर हो गया तो हमें प्राकृतिक पर्यावरण से संतुलन बनाने में अधिक समस्याएं का सामना नहीं करना पड़ेगा हमें जल और पेड़ पौधों दोनों की ही मदद से पर्यावरण का संरक्षण करने के प्रयास करने पड़ेंगे। इस दौरान कार्यकारिणी सदस्य कन्हैया वर्मा, डा. हरीश दफौटी, मोहिउद्दीन तिवाड़ी,युवा मोर्चा अध्यक्ष मनोज ओली,रमेश पर्वतीय, प्रशांत मलडा, आदि मौजूद थे। इसके अलावा धरमघर, कपकोट, बैजनाथ, गढ़खेत रेंज में पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित हुआ।