विश्व रेडक्रॉस दिवस पर जिले में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। स्वयंसेवियों ने रेडक्रॉस के संस्थापक सर हेनरी ड्यनेंट के याद किया। गंगाड़ गधेरे में स्वच्छता अभियान चलाया। नगर के सार्वजनिक शौचालयों में हाईजीन किट का वितरण भी किया गया। कपकोट में लगा स्वास्थ्य शिविर,70 लोगो की हुई जांच।
देवकी लघु वाटिका में आयोजित कार्यक्रम में समिति के चेयरमैन संजय साह जगाती और सचिव आलोक पांडेय ने हेनरी ड्यूनेंट के जीवन पर प्रकाश डाला। स्वयंसेवियों को रेडक्रॉस की स्थापना से और तीन बार नोबल पुरस्कार मिलने तक की जानकारी दी। वृृक्ष पुरुष किशन सिंह मलड़ा ने भी रेडक्रॉस को लेकर विचार रखे। कार्यक्रम के बाद स्वयंसेवियों ने गंगाड़ गधेरे में स्वच्छता अभियान चलाकर झाड़ियों का कटान किया और गधेरे में फेंके गए प्लास्टिक कूड़े की सफाई की। स्वयंसेवियों ने नगर के सभी सार्वजनिक शौचालयों में हाईजीन किट का वितरण करने के साथ लोगों को स्वच्छता के लिए भी जागरुक किया। विश्व रेडक्रॉस दिवस पर समिति की ओर से चलाए गए सदस्यता अभियान के तहत जिलेभर के 50 लोगों ने रेडक्रॉस की सदस्यता ग्रहण कर मानवता की सेवा करने का संकल्प लिया। कपकोट क्षेत्र के 12 लोग रेडक्रॉस स्वयंसेवी बने, बागेश्वर और गरुड़ से 38 लोगों ने सदस्यता ग्रहण की। विश्व रेडक्रॉस दिवस पर भराड़ी में रेडक्रॉस सोसायटी ने स्वास्थ्य शिविर लगाया। शिविर में 70 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई। लोगों को मौसमी बीमारियों से बचाव के प्रति जागरुक भी किया गया। रेडक्रॉस के जिला कार्यकारिणी सदस्य महेश गढ़िया के नेतृत्व में शामा-सौंग टैक्सी स्टैंड के समीप शिविर लगा। शिविर में यात्रियों, टैक्सी चालकों और स्थानीय लोगों की निशुल्क बीपी, शुगर और तापमान जांच की गई। लोगों का वजट मापने के साथ उन्हें ओरआरएस और मास्क बांटे गए। इस दौरान स्वयंसेवियों ने लोगों से जंगलों को आग से बचाने और स्वच्छता के प्रति जागरुक किया। रेडक्रॉस के जिला सचिव आलोक पांडेय ने बताया कि समिति के पास एंबुलेंस उपलब्ध होने से अब दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाना आसान हो गया है। संस्था के पहले शिविर को लोगों का अच्छा सहयोग मिला है, जल्द ही कपकोट के दूरस्थ क्षेत्रों में भी शिविर लगाए जाएंगे। उन्होंने वरिष्ठ सदस्य महेश गढ़िया को शिविर का श्रेय देते हुए उनके कार्यों की सराहना की। इस मौके पर कोषाध्यक्ष जगदीश उपाध्याय, कैलाश प्रकाश चंदोला, कन्हैया वर्मा, मोहिउद्दीन अहमद, डॉ. केएन कांडपाल, डॉ. हरीश दफौटी, ललित मोहन जोशी, भुवन चौबे, आरपी कांडपाल, कृष्णा पांडेय, ओजस्विनी आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के समापन पर स्वयंसेवियों ने पूर्व कैबिनेट मंत्री राम प्रसाद टम्टा के निधन पर दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्घांजलि अर्पित की।