दुग-नाकुरी तहसील के ग्राम कुरौली में खड़िया खनन के बाद किसानों को आठ साल से अनुबंध के अनुसार धनराशि नहीं मिली है। नहीं उनके खेत बनाकर उन्हें दिए गए। इस पर ग्रामीणों ने कड़ी आपत्ति जताई है। नाराज ग्रामीणों ने खनन अधिकारी से मुलाकात की। दस दिन के भीतर मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
कुरौली के ग्रामीण मंगलवार को जिला खनन अधिकारी से मिले। उन्हें छह सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। किसानों का कहना है कि उन्होंने खड़िया पट्टाधारक से 2016 में अनुबंध किया। तब से लेकर आज तक उन्हें खड़िया का भुगतान नहीं हुआ है। वह जब भी भुगतान की बात करते हैं उन्हें टहलाया जाता है। खेत बनाने के लिए ऊपरी सहत की मिट्टी का भंडारण भी आज तक नहीं हुआ है। पट्टाधारक दूसरे खनन की मिट्टी को उनके खेतों में रखने की दलाली चल रही है। पट्टाधारक ने खनन क्षेत्र से चान किमी दरे जन सुनवाई कार्यक्रम रखा। उसमें उनके गांव के किसानों को न बुलाकर दूसरे लोगों को बुलाकर भ्रम फैलाने का काम किया है। जन सुनवाई में पट्टाधारक भी मौजूद नहीं रहा। खनन अधिकारी कार्यालय में कौन पट्टाधारक है यह भी जानकारी नहीं है। उन्होंने दस दिन के भीतर मांग पूरी नहीं होने पर डीएम कार्यालय में क्रमिक अनशन की चेतावनी दी है। चेतावनी देने वालों में हीरा सिंह, दलीप सिंह, धन सिंह, माधुली देवी, जोगा सिंह, मधन सिंह, पूरन सिंह, अमर सिंह, सुरेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह आदि शामिल हैं। इस आशय का एक ज्ञापन जिलाधिकारी को भी भेजा है।