बागेश्वर : 11 सूत्रीय मांगों को लेकर बिचला दानपुर तथा जिला पंचायत शामा क्षेत्र के लोग मुखर हो गए हैं। क्षेत्र के लोगों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर नगर में पदयात्रा निकाली। इसके बाद कलक्ट्रेट में दो दिवसीय धरना शुरू किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि यदि इसके बाद भी उनकी समस्या नहीं सुनी गई तो वह भूख हड़ताल करेंगे।
भूपेंद्र कोरंगा के नेतृत्व में क्षेत्र के लोग कपकोट स्थित एक पैलेस के पास एकत्रित हुए। यहां से नारेबाजी के साथ जुलूस की शक्ल में आगे बढ़े। विभिन्न बाजारों से होते हुए पदयात्रा कलक्ट्रेट में पहुंची। यहां यात्रा सभा में तब्दील हो गई। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि बिते दिनों शामा जिला पंचायत क्षेत्र के तीन गांवों में नौ घर पूरी तरह टूट गए थे। आपदा मदद में जो राशि मिल रही है उससे शौचालय तक बनना मुश्किल है। उन्होंने सभी परिवारों को विस्थापित करने के साथ 15 से 20 लाख की धनराशि देने की मांग की है। हामटीकापड़ी, लीती के कीमू तोक को विस्थापित करने, क्षतिग्रस्त आंगन व घर ठीक करने, शामा-लीती, रिठकुला-गोगिना मार्ग ठीक करने, शामा में महाविद्यालय खोलने, स्वास्थ्य सुविधा बेहतर करने, सभी गांवों को संचार सुविधा से जोड़ने, बिचला दानपुर में पशु चिकित्सालय खोलने, जल जीवन मिशन के तहत टैंक निर्माण व पाइप लाइन बिछाने की मांग प्रमुखता से उठाई। भूपेंद्र ने कहा कि इन मांगों को वह कई बार जनता दरबार, तहसील दिवस आदि में उठा चुके हैं, लेकिन आज तक समस्या जस की तस बनी है। उन्होंने कह कि दो दिन तक वह धरना देंगे। इसके बाद भी यदि कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो वह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठेंगे। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष भगवत सिंह डसीला, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी ने भी उनकी मांगों का समर्थन किया। उनके साथ धरने में बैठे। इस मौके पर पर बलवंत कोरंगा, भूमि कोरंगा, खुशाल सिंह, पार्वती देवी, खीमा देवी, यमुना देवी, चामू सिंह कोरंगा, शेर सिंह, डीगर सिंह कोरंगा, जगदीश कोरंगा, भागीरथी, तारा कोरंगा आदि मौजूद रहे।