बागेष्वर। गौवंषीय मवेषियों में लगातार लंपी वाइरस के मामले मिलने के बाद संवाद वैलफेयर सोसायटी की ओर से आधा दर्जन से अधिक गांवों में मवेषियों के लिये स्वास्थ्य परीक्षण षिविर आयोजित किया गया। पषुपालन विभाग के सहयोग से आयोजित षिविर में 50 से अधिक मवेषियों की जांच के बाद ग्रामीणों को उनके उपचार के लिये निषुल्क दवा वितरित की।
बागेष्वर विकासखंड के आरे, पंद्रपाली, गौरीउडयार, हड़बाड,़ छोंना, पुरकोट, बच्चीगांव और दारसों सहित आसपास के गांवों में षिविर लगाकर मवेषियों के स्वास्थ्य की जांच की गयी। आरे गांव में मोहन सिंह, जगत सिंह खेतवाल, नारायण सिंह, खींम सिंह, देवकी देवी ने मवेषियों के बीमार दी, जिसके बाद उनके घर जाकर पषुचिकित्सक डा कमल तिवारी ने उपचार किया। हड़बाड़ गांव में गणेष सिंह, षेर सिंह, जगदीष सिंह, डूंगर सिंह, शितल सिंह सहित कई अन्य ने बताया कि उनके जानवर लंपी वायरस की चपेट में हैं। चिकित्सक द्वारा मवेषियों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर उन्हें निषुल्क दवायें दी। जांच के अलावा ग्रामीणों को मवेषियों को लंपी वाइरस से बचाव के तरीके बताये गये। एहतियातन कई ग्रामीणों को प्राथमिक उपचार हेतु दवायें भी दी गयी।
पशुचिकित्सक डा कमल तिवारी ने बताया कि लंपी वाइरस खास तौर पर गौवंषीय बीमारी है। प्राथमिक लक्षण मिलने पर तुरंत उपचार षुरू करने पर मवेषी की जान बचायी जा सकती है। लंपी वारयस को गंभीरता से लेने की जरूरत है। लापरवाही पर मवेषी की जान को खतरा हो सकता है। कई जगहों पर यह बीमारी तेजी से फैल रही हैं।ं अब तक की जांच से यह सामने आया है कि यह बीमारी षहरों से सटे ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा दूरस्त क्षेत्रों में अधिक पायी जा रही हैं। मुख्य पषुचिकित्साधिकारी डॉ रवीन्द्र चंद्रा ने बताया कि लंपी वाइरस के प्रति सावधानी बरतने की जरूरत है। विभाग ने ग्रामीणों की सुविधा के लिये क्षेत्रों में तैनात सभी चित्सिधिकारियों और अन्य स्टाफ के नंबर जारी किये हैं। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि लंपी वाइरस के संकेत मिलने पर तत्काल पषुपालन विभाग से संपर्क करें। उन्होंने बताया कि जरूरत पड़ने पर इस तरह के शिविर जनसहयोग से अन्य क्षेत्रों में भी आयोजित किये जायेगे।
शिविर का आयोजन संवाद वैलफेयर सोसायटी के संरक्षक जयंत भाकुनी, अध्यक्ष संतोश फुलारा, उपाध्यक्ष मीनू तिवारी, सह सचिव अंजू पांडे, सक्रिय सदस्य दीपक खेतवाल के सहयोग से आयोजित किया गया।