बागेश्वर : तीन सूत्रीय मांगों को लेकर देवभूमि ट्रक ऑनर्स वैलफेयर एसोसिएशन मुखर हो गया है। अपनी मांगों के समर्थन में उन्होंने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि खड़िया खनन बंद होने से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है। बैंक की किस्त व चालकों का वेतन देना भारी पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से टैक्स के किस्तों में छूट देने की मांग की है।
एसोसिएशन से जुड़े लोग मंगलवार को कलक्ट्रेट में पहुंचे। यहां नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि वह 35 सालों से खड़िया खनन से जुड़े हैं। खड़िया सीजन में माल ढुलान कर सालभर अपनी आजीविका चलाते हैं। यहीं से बैंकों की किस्त, चालकों का वेतन समेत अन्य खर्च भी चलाते थे। इधर जिले में तीन महीने से खड़िया खनन पर पूरी तरह रोक है, लेकिन उन्हें बैंक की किस्त व टैक्स जमा करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कारोबार पूरी तरह ठप है। जो काम बचा-खुचा हो रहा है उसे कैची व क्वारब पुल के पास धंस रही जमीन ने पूरा कर दिया है। उनके ट्रकों को गोलापार में रोका जा रहा है। रात में ही आवाजाही हो रही है। हल्द्वानी से सामान लेकर आना भारी पड़ रहा है। उन्होंने सरकार ने खड़िया खनन शुरू होने तक टैक्स व बैंक किस्त में छूट देने की मांग की। साथ ही ट्रक स्वामियों व चालकों के परिवार के पालन-पोषण की व्यवस्था करने की मांग की है। समस्या का समाधान नहीं होने पर धरना तथा अनशन करने की चेतावनी दी है। इस मौके पर एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश बिष्ट, भूपाल सिंह, नीरज मेहता, नारयण सिंह, केदार सिंह थायत, राजेंद्र पाठक, संजय सिंह, आदि मौजूद रहे।
