सुंदरढूंगा की 5800 मीटर ऊंची माउंट दुर्गाकोट चोटी को फतह करने वाले कुमाऊं रेजीमेंट के जवानों का दल वापस लौट गया। वापसी से पहले दल ने बाबा बागनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की। अभियान के सफल होने पर भगवान का आशीर्वाद लिया। मंदिर परिसर में जवानों ने मां काली और भोले बाबा के जयकारे में भी लगाए। इस दौरान कई नगरवासियों ने पर्वतारोहियों से मिलकर उन्हें जीत की बधाई दी।
आज सेना के पर्वतारोहियों का दल कपकोट होते हुए बागेश्वर पहुंचा। बागेश्वर आते ही जवानों ने सीधा बागनाथ मंदिर का रुख किया। अभियान की सफलता से उत्साहित जवानों ने मंदिर में जाकर भगवान शिव की पूजा अर्चना की। दल का नेतृत्व कर रहे मेजर अशोक कपूर ने बताया कि माउंट दुर्गाकोट को जाने से पूर्व ही जवानों ने संकल्प किया था कि जीत मिलने के बाद बाबा के दर पर शीश नवाने जरुर आएंगे। जिस समय सेना का दल बागेश्वर पहुंचा, हल्की बारिश हो रही थी। इधर दुर्गाकोट फतह करने वाले जवानों की मंदिर में आने की सूचना मिलने के बाद कुछ युवा उनसे मिलने भी पहुंचे। करीब आधा घंटे तक दल के सदस्यों में मंदिर में पूजा अर्चना की। जिसके बाद सैनिकों का दल रानीखेत को रवाना हो गया।