जल जीवन मिशन के तहत फेस वन का मामले व पाइप के नए दरें घोषित होने तक ठेकेदारों ने टेंडरों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत फेस वन में किए गए निर्माण कार्यों का भुगतान नहीं होने पर आक्रोश जताया है। जलसंस्थान से रोकी गई धनराशि को दिलाने की मांग की है।
आज सिविल कांट्रेक्टर्स सोसायटी के जिलाध्यक्ष गंगा सिंह कोरंगा के नेतृत्व में ठेकेदार विकास भवन में जिलाधिकारी से मिले। उन्होंने बताया कि जलसंस्थान ने फेस वन के निर्माण कार्य का पैसा देना है। 25 प्रतिशत धनराशि रोकी है और पांच प्रतिशत अशंदान भी काटा है। जबकि जलनिगम से पूरा भुगतान हो गया है। छोटे टेंडर नहीं होने से स्थानीय ठेकेदारों को लाभ नहीं मिल रहा है। बड़े टेंडरों के कारण निर्माण कार्य पर सवाल उठ रहे हैं। बेरोजगारों को रोजगार भी नहीं मिल रहा हे।
उन्होंने डीएम से छोटे-छोटे टेंडर कराने की मांग की। कहा कि पाइपों की कीमत काफी बढ़ गई है। जबकि विभाग पुरानी दरों पर आंगणन बना रहा है। ठेकेदारों को हानि हो रही है। पाइपों के नई दरें आने तक वह काम नहीं करेंगे। इधर, जिलाधिकारी विनीत कुमार ने ठेकेदारों को आश्वासन दिया कि जलसंस्थान से शीघ्र पैसा उन्हें दिलाया जाएगा। पाइपों की दरें आदि शासन स्तर का मामला है और पत्र व्यवहार किया जाएगा। इस दौरान प्रताप सिंह बघरी, पान सिंह, हरीश ऐठानी, हरीश शाही, जमन दानू, किशन दानू, मदन बिष्ट, उमेद गढ़िया आदि मौजूद थे।