बागेश्वर में शिक्षा विभाग ने नया सत्र शुरू तो करवा दिया पर अभी तक छात्र छात्राओं को किताबे नही मिल पाई भी। स्कूलों में नया शैक्षिक सत्र शुरू हो गया है। विभाग के मुताबिक अभी तक किताबे पूरी नही पहुची है। जिस वजह से किताबो को स्कूलों तक नही पहुचाया गया है। कक्षा 6 से 8 तक 51 में से पहुंची 41 किताबें तो हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की 75 में से केवल 3 पुस्तके विभाग के पास पहुची है।
जिले में नया शैक्षिक सत्र तो शुरू हो गया है लेकिन अभी तक बच्चों के लिए नई किताब नहीं मिल पाई है। जबकि शैक्षिक सत्र शुरू होते ही बच्चों के बस्ते में नई किताबें पहुंच जानी चाहिए थीं। बच्चे और उनके अभिभावक किताबों के आने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं अध्यापक पुरानी किताबों से बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं। नवीन शिक्षा सत्र को शुरू हुए करीब एक सप्ताह हो गया है। लेकिन विद्यालयों में अभी तक कोर्स उपलब्ध नही होने से पुरानी किताबों से काम चलाना पड़ रहा है। एक अप्रैल से नए शिक्षा सत्र की शुरूआत हो गई है। सरकार और शिक्षा विभाग का भी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने पर जोर है। लेकिन इतना समय बीतने के बाद भी विद्यालयों में बच्चों को किताबे उपलब्ध नही हो सकी हैं। शिक्षकों को पुरानी किताबो के सहारे ही बच्चों को पढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। वही मुख्य शिक्षा अधिकारी ने गजेंद्र सोन ने बताया कि विभाग के पास पूरी किताबे नही पहुचने के कारण अभी तक स्कूलों को किताबे आवंटित नही हो पाई है। उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद आज ही स्कूलों मे किताबे भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि कक्षा 6 से 8 तक 51 किताबो में से 41 किताबें तो वही हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की 75 में से केवल 3 पुस्तके विभाग के पास पहुची है। सभी किताबो के आने का इंतजार किया जा रहा था पर आदेश आने के बाद आज ही इन पुस्तकों को विद्यालयों मे पहुचाया जा रहा है।