जनपद स्तरीय कला उत्सव समग्र शिक्षा बागेश्वर के तत्वाधान में मुख्य शिक्षा अधिकारी सभागार बागेश्वर में आयोजित किया गया कार्यक्रम में जनपद के 28 विद्यालयों से 154 छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभागिता की गई ।
कार्यक्रम संयोजक एवं अध्यक्ष, जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा बागेश्वर श्री गजेंद्र सिंह सौन ने अपने संबोधन में कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के परिदृश्य में कला उत्सव के द्वारा विद्यार्थियों को भारत की विविधता एवं लोक संस्कृतियों को जानने-समझने तथा अपनी क्षमताओं को प्रस्तुत करने का भरपूर अवसर प्राप्त होता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्राचार्य डाइट बागेश्वर डॉ शैलेंद्र धपोला ने अपनी बात रखते हुए कहा कि कला उत्सव एक विद्यार्थी के जीवन में कला उत्सव, कला को जानने-खोजने और प्रदर्शन करने का प्रथम चरण है। भारतीय संस्कृत की समृद्ध विरासत को संरक्षित रखने में कला उत्सव की भूमिका महत्वपूर्ण है।
जनपद बागेश्वर में समग्र शिक्षा समन्वयक श्रीमती किरन जोशी ने बताया कि इस वर्ष जनपद में कला उत्सव की 10 विधाओं में विद्यार्थियों द्वारा प्रतिभागिता की गई। जिसमें जनपद स्तर से 20 चयनित छात्र-छात्रा राज्य स्तर में होने वाली कला उत्सव की प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेंगे।
कार्यक्रम मूल्यांकन समिति में राजेंद्र कुमार संगीत शिक्षक, सविता जोशी, पंकज शाह भुनेश्वरी नेगी, हरीश चंद्र भट्ट,हरिमोहन कंसेरी,कृष्ण कुमार सिंह, मोहन सिंह धामी , डॉ. दयासागर डॉ.प्रेम सिंह मावड़ी शामिल रहे।
जनपद स्तर से 10 विधाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी नवल किशोर, संगीता जोशी, सार्थक ग्वासीकोटी, सौन्दर्या, विवेक कुमार, सपना भट्ट, भूपेश चौबे, लक्षिता जोशी, अजय कुमार सानिया बिष्ट रोहित कुमार नेहा गढ़िया मोहित कुमार पूजा गिरी मनीष कुमार रेनू आर्य गौरव सिंह दोसाद, मनीषा चंदन भट्ट तथा चांदनी कोरंगा द्वारा राज्य स्तरीय कला उत्सव में प्रतिभाग किया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन डायट प्रवक्ता संदीप कुमार जोशी एवं रवि कुमार जोशी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।