एसटीएफ ने नकली दवाइयों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए हरिद्वार के लक्सर,भगवानपुर और सहारनपुर के कई फार्मा कंपनियों पर छापा मारा है। वही छापेमारी के दौरान जानकारी सामने आई कि इन कंपनियों से देशभर में नकली दवाइयों की सप्लाई की जा रही थी। एसटीएफ उत्तराखंड पिछले 2 महीने से इन कंपनियों पर निगरानी रख रही थी।
भगवानपुर लक्सर व सहारनपुर की नामी कंपनियों में उत्तराखंड एसटीएफ की छापेमारी में दवा बनाने का सामान के केमिकल निर्मित दवाओ को बरामद किया गया है। एसटीएफ टीम की कार्रवाई फिलहाल जारी है। जानकारी के मुताबिक 15 लाख से ज्यादा की नकली दवाइयां बरामद हो चुकी हैं। एक करोड़ से ज्यादा का नकली दवा बनाने का सामान मिला है। इन दवाइयों को कोरियर ट्रांसपोर्ट के जरिए देशभर में सप्लाई किया जाता था। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि कुछ दिनों से बाजारों में नकली दवाइयां बेचने की सूचना मिल रही थी। जिसके आधार पर कल देर रात तीन जगहों को चिन्हित किया गया। जिसमे भगवानपुर, लक्सर और सहारनपुर की एक फार्मा कंपनी को चिन्हित किया गया था। एसटीएफ के मुताबिक यहां नकली दवाइयों के रैपर बनाकर उनमें दवाइयों को पैक किया जाता था। वही अभी तक कि कार्रवाई में अब तक 10 से 15 लाख एंटीबायोटिक की टैबलेट मिली है साथ ही विभिन्न कंपनियों के रैपर मिले हैं। इस मामले में ड्रग इंस्पेक्टर को लगाया गया है और वेरिफिकेशन का काम चल रहा है। इस मामले में 5 लोगों से पूछताछ की जा रही है। ऐसी कुछ और जगहों को भी चिन्हित किया गया है, जहां पर इस तरह के रैपर प्रिंट किए जा रहे हैं. वहां भी टीमें भेजी गई हैं. चूंकि यह कार्रवाई अभी चल रही है, पूरी कार्रवाई होने के बाद ही डाटा शेयर किया जाएगा. लेकिन अब तक तीन जगहों से छापेमारी की गई है जहां पर 10 से 15 लाख नकली टैबलेट बरामद की गई है