भ्रष्टाचार के आरोप में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब मंत्रिमंडल से विजय सिंगला को बर्खास्त कर दिया है। वही बर्खास्त किए जाने के कुछ देर बाद विजय सिंगला को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया। सिंगला राज्य के स्वास्थ्य मंत्री थे।
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि सिंगला अपने विभाग की निविदाओं और खरीद में कथित रूप से एक प्रतिशत कमीशन मांग रहे थे। पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बने मुश्किल से दो महीने ही हुए हैं। विजय सिंगला (52) मनसा विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव में पंजाबी गायक और कांग्रेस प्रत्याशी शुभदीप सिंह सिद्धू को पराजित किया था। वह दंत चिकित्सक हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री ने एक वीडियो संदेश में कहा मैं मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा हूं। मैं उन्हें मंत्रिमंडल से हटा रहा हूं। मान ने दावा किया कि सिंगला ने गलत काम करने की बात स्वीकार की है।
गिरफ्तारी से पहले अरविंद केजरीवाल के भ्रष्टाचार विरोधी मॉडल के तहत मान सरकार की बड़ी कार्रवाई की गई। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने मंत्री को बर्खास्त किया। मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार में लिप्त होने के पुख्ता सबूत मिले। स्वास्थ मंत्री विजय सिंघला अधिकारियों से ठेके पर एक पर्सेंट कमीशन की मांग कर रहे थे। शिकायत मिलने पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ये एक्शन लिया। इस कार्रवाई के बाद भगवंत मान ने कहा कि एक पर्सेंट भ्रष्टाचार भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनता ने बहुत उम्मीदों से आम आदमी पार्टी की सरकार बनाई है उस उम्मीद पर खरा उतरना हमारा कर्तव्य है।
भगवंत मान ने आगे कहा कि जबतक अरविंद केजरीवाल जैसे भारत मां के बेटे हैं और भगवंत मान जैसे सिपाही भ्रष्टाचार के खिलाफ युद्ध जारी रहेगा। अरविंद केजरीवाल जी ने वचन लिया था कि भ्रष्टाचार के सिस्टम को जड़ से उखाड़ फेकेंगे हम सब उनके सिपाही हैं एक पर्सेंट भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है। बता दें, साल 2015 में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अपने एक मंत्री को भ्रष्टाचार के मामले में बर्खास्त किया था।