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केदारनाथ धाम से शिला दिल्ली ले जाने के आरोपों का भाजपा ने किया खंडन, कहा कांग्रेस सनातन संस्कृति के लिए लगातार करती रही है षड्यंत्र

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बागेश्वर : दिल्ली में केदारनाथ मंदिर के प्रतिकात्मक निर्माण को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच केदारनाथ धाम से शिला दिल्ली ले जाने के आरोपों पर भाजपा जिलाध्यक्ष इंद्र सिंह फर्स्वाण ने प्रेस वार्ता की। उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम से शिला दिल्ली ले जाने के कांग्रेस के आरोप झूठ है। वह राजनैतिक लाभ के लिए सनातन संस्कृति को नुकसान पहुंचाने के लगातार षड्यंत्र करती है। उन्होंने कहा कि संसद में हिंदुओं को हिंसक बताने वाली कांग्रेस का केदारनाथ धाम से केवल राजनैतिक प्रेम है। उन्होंने कहा कि बाबा का धाम जागृत पीठ है, उसके अपमान का दुष्परिणाम उन्हे अवश्य झेलना होगा।

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इंद्र सिंह ने कहा कि भगवान केदारनाथ राजनीति का अखाड़ा नहीं है जिस तरह से कांग्रेस या कुछ अन्य लोग राजनीति का केंद्र बनाना चाहते हैं। जहां तक विषय है, धाम के महात्मय का तो पुराणों एवं पौराणिक ग्रंथों में श्री केदार धाम को जागृत पीठ माना गया है। ऐसे पावन धाम और पवित्र स्थान को लेकर अफवाह फैलाना धाम से दिल्ली शिला ले गए हैं या वहां ऐसी कोई शिला दिल्ली में स्थापित की गई है, यह कांग्रेसी षड्यंत्र का जीता जागता नमूना है।

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हकीकत यह है कि दिल्ली के उस मंदिर ट्रस्टी ने बहुत ही स्पष्ट कहा है कि उनका मकसद सिर्फ वहां एक मंदिर बनाने का है । और इस मंदिर का केदारनाथ धाम से कोई संबंध नहीं है। मुख्यमंत्री भी कह चुके हैं कि हमारे चारो धाम न कहीं और हो सकते हैं, न पहले ऐसा कभी हुआ है ना कभी हो सकता है और न ही भविष्य में होगा। मुद्दे की गंभीरता एवं संवेदनशीलता को देखते हुए, सब कुछ स्पष्ट होने के बाद भी इसे राजनीतिक स्वरूप देना बहुत ही गलत है।

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उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि सनातन धर्म को मानने वाले लोगों के साथ बहुत बड़ी साजिश चल रही है। जिसकी शुरुआत उसी दिन नजर आ गई थी जब सदन के अंदर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हिंदुओं को हिंसक बताया था । बेहद अफसोस होता है एक राष्ट्रीय दल के नेताओं की ऐसी करतूतों को देखकर, और ये अफसोस दुख में प्रवर्तित हो जाता है जब वही लोग भगवान के धाम को लेकर अफवाह फैलाने का काम कर रहे हैं।

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