वनों को आग से बचाने के लिए बागेश्वर जिले में मास्टर कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया है। अब आग लगने पर त्वरित कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। इसमें आग लगने की घटना से लेकर आग बुझाने तक की जानकारी मिल सकेगी।

बागेश्वर जिले में वनों को आग से बचाने के लिए वन विभाग सतर्क है। जिसके लिए एक मास्टर कंट्रोल रूम स्थापित किया है। प्रभागीय वनाधिकारी से लेकर रेंजर तक वनों पर नजर बनाए हैं। ग्राम पंचायत के सरपंच से लेकर फायर वाचरों को भी कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है।

5 फरवरी से लेकर 15 जून तक फायर सीजन का होता है। लेकिन अप्रैल और मई में जंगल सबसे अधिक धधकते हैं। वनों को आग से बचाने के लिए वन विभाग ने 29 क्रू-सेंटर पहले ही बनाए हैं। अब 05963-220249 और मास्टर कंट्रोल रूम का नंबर 9557881705 जारी कर दिया है। इन नंबरों में आग लगने से लेकर आग से हुए नुकसान, बुझाया या नहीं इसकी जानकारी मिल सकेगी। प्रभागीय वनाधिकारी से लेकर जिले छह रेंज के रेंजर कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे। वन विभाग सूचना मिलते ही घटनास्थल की ओर रवाना होंगे। प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी ने बताया कि बीते दिनों वन विभाग की टीम ने गश्त के दौरान खबडोली के जंगल में आग लगाने वाले दो नेपाली श्रमिकों को रंगे हाथों पकड़ा। वन कर्मियों ने तत्काल आग बुझा दी और दोनों आरोपियों को हिरासत लेकर आरोपियों से 10 हजार रुपये जुर्माना वसूला। उन्होंने कहा कि जंगल जलाने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।









