मंडलायुक्त दीपक रावत ने जिला कार्यालय का निरीक्षण कर जिलाधिकारी व अपर जिलाधिकारी न्यायालय, प्राधिकरण मामलों, खनन, सीआरए, रिकार्ड रूम, आबकारी तथा आपदा प्रबंधन आदि का निरीक्षण किया। मंडलायुक्त ने जनपद में प्राधिकरण के सभी कार्य आंनलाइन कियें जाने पर प्रशन्ता व्यक्त की। साथ ही जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए विभिन्न विकास कार्यो की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में विधायक कपकोट सुरेश गढिया भी मौजूद रहें।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने जिला प्राधिकरण में नियमित अभियंता तैनात करने के निर्देश जिलाधिकारी को दियें, ताकि प्राधिकरण में मानचित्र, स्वीकृत आदि कार्य नियमित रूप से संपादित हो सकें। उन्होंने अपर जिलाधिकारी को निर्देश दियें कि वे कोर्ट की तारिख को पोर्टल पर नियमित अपलोड करें, ताकि प्रार्थी अपनी तारीख को देखकर समय से उपस्थित हो सके। उन्होंने प्राधिकरण के आंनलाइन आवेदनों का अवलोकन किया व आंनलाइन लंबित मामलों की समीक्षा करने के निर्देश जिलाधिकारी को दियें। उन्होंने खनन पटल के निरीक्षण के दौरान खनन आरसी, नये खनन लीज पट्टों के अवलोकन के दौरान निर्देश दियें कि जनता के मांग के अनुसार खनन न्यास से धनराशि आंवटित की जाए, साथ ही लंबित खनन आरसी वसूली करने के भी निर्देश दियें व लंबित खनन आवेदनों का अलग से पंजिका बनाने के निर्देश भी दियें। आयुक्त ने सीआरए के निरीक्षण के दौरान राजस्व वसूली बढाने के निर्देश दियें व अमीनवार वसूली की जानकारियां ली। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में 15 अमीनों के सापेक्ष 14 कार्यरत है। उन्होंने एसडीआरएफ, आपदा न्यूनीकरण कार्यो की विस्तृत जानकारियां ली तथा आपदा न्यूनीकरण में और कार्य प्रस्तावित करने के निर्देश भी दियें। उन्होंने आपदा कक्ष का निरीक्षण करते हुए आपदा उपकरणों, सैटेलाईट फोन, वॉकी-टॉकी व अन्य उपकरणों के साथ ही प्रतिदिन आपदा संबंधी सूचना पंजिका, आपदा प्रबंधन कार्ययोजना का अवलोकन किया। उन्होंने ग्राम प्रहरी व लोनिवि के कनिष्ठ अभियंता से फोन पर बात की जो अपने क्षेत्र में मौजूद पायें गयें। मंडलायुक्त ने हिमालयी क्षेत्र ग्लेशियरों में जाने वाले पर्यटकों व टै्रकरों की नियमित सूचना रखने के निर्देश दियें। उन्होंने ग्राम प्रहरियों को प्रशिक्षण देने के भी निर्देश दियें। उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए लोनिवि, पीएमजीएसवाई,एनएच, वैबकॉस, बीआरओ, जल जीवन मिशन, स्वास्थ, विद्युत, संचार व मुख्यमंत्री घोषणा आदि की समीक्षा करते हुए सभी अधिकारियों को विकास कार्यो में गुणवत्ता के साथ ही समयबद्धता का विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये।
मंडलायुक्त द्वारा सड़क महकमें के 05 करोड़ से अधिक के सड़क कार्यो की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी रीना जोशी ने बताया कि जनपद में सडक महकमें के 25 कार्य योजनायें स्वीकृत हैं, जिसमें से लोनिवि के पांच कार्य हैं, 02 कार्य गतिमान हैं तथा 03 कार्य टैण्डर प्रक्रिया में है। 16 करोड से चौडीकरण एवं डामरीकरण गरूड़-कौसानी मार्ग की समीक्षा करते हुए आयुक्त ने सडक के कलमठ एवं डामरीकरण कार्य 30 अक्टूबर तक अनिवार्य रूप से पूर्ण करने के निर्देश दियें साथ ही बागेश्वर-गिरेछीना मोटरमार्ग चौडीकरण जिसकी लागत 15.43 करोड हैं, के कार्यो में तेजी लाने व कलमठ तथा नाली निर्माण कार्यो को गुणवत्तापूर्ण निर्धारित समय जून, 2023 तक अनिवार्य रूप से पूर्ण करने के निर्देश दियें। उन्होंने बागेश्वर-दफौट मोटर मार्ग पर 6.79 करोड की लागत से निर्माणाधीन 70 मीटर स्पांन स्टीलगडर पुल के दोनों ओर एप्रेाज रोड 15 नवंबर तक पूर्ण करने के निर्देश दियें। उन्होंने पीएमजीएसवाई को बनलेख-सिरौली मोटर मार्ग, कठपुडियाछीना-राईआगर-सेराघाट, रिखाडी-वाछम, धरमघर-माजखेत, बदियाकोट-बोरबलडा, बदियाकोट-कुवांरी, रिखाडी-वाछम सडकों के कार्यो में गति लाकर पूर्ण करने के निर्देश दियें। उन्होंने वैबकॉस द्वारा जनपद मे 18 पुल में से 05 पुलों में अभी तक कार्य प्रारंभ न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए शीघ्र कार्य प्रारंभ कराने के निर्देश दियें साथ ही जनपद में सडक महकमों के स्वीकृत एवं निर्माणाधीन पुलों की नियमितत समीक्षा करने के निर्देश जिलाधिकारी को दियें। उन्होंने कहा जो ठेकेदार कार्य नहीं कर रहें है या कार्यो में अनावश्यक देरी कर रहें है उन्हें नोटिस देते हुए ब्लैक लिस्ट करने की कार्यवाही करने के निर्देश दियें। उन्होंने एनएच की समीक्षा करते हुए बागेश्वर-बिलौना, कनगाडछीना 32 किमी0 स्वीकृत की डीपीआर भारत सरकार को भेजने तथा बैजनाथ-बागेश्वर फेज-वन, बागेश्वर-भराडी फेज-टू व भराडी रामगंगा पुल तक फेज-थ्री सडक चौडीकरण टू-लेन कार्यो का शीघ्रता से सर्वे करते हुए भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही करने के निर्देश बीआरओ को दियें। साथ ही जिले में जल जीवन मिशन कार्यो की समीक्षा के दौरान नोडल अधिकारी ने बातया कि जनपद में जल जीवन मिशन के अंतर्गत फेज-वन के कार्य पूर्ण कर लियें गयें है तथा फेज-टू के सभी कार्यो के टैण्डर कर लियें गयें है। उन्होंने बताया कि फेज-वन कार्यो से 300 गांवों को मानकों के अनुसार सुचारू पेयजल उपलब्ध हो रहा हैं। जल जीवन मिशन के अंतर्गत 06 बडी पेयजल योजनाओं की समीक्षा के दौरान बताया गया कि 04 योजनाओं के टैण्डर कर दियें गयें हैं जबकि कौसानी पंपिंग योजना व शामा पेयजल योजना के टैण्डर प्रस्तावित है। मंडलायुक्त ने मंडलसेरा, जेठाई व खरही पंपिंग योजना आगामी मार्च तक पूर्ण करने के निर्देश पेयजल निगम को दियें। उन्होंने बीएसएनएल के अधिकारियों को जनपद में 37 प्रस्तावित टॉवरों को जन प्रतिनिधियों से समन्वय करते हुए उपयुक्त कनेक्विटी स्थानों पर स्थापित करने के निर्देश दियें। विद्युत विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुए आयुक्त ने दीनदयाल उपाध्याय विद्युतीकरण योजना के तहत विद्युतीकृत ग्रामों की सूची मांगने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये। जिले में मुख्यमंत्री घोषणाओं की समीक्षा करते हुए आयुक्त ने मुख्यमंत्री घोषणा कार्यो में त्वरित कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दियें। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में 110 मुख्यमंत्री घोषणायें हैं, जिसमें से 70 घोषणाओं पर शासन से स्वीकृत हुई हैं जिसमें से 30 कार्य पूर्ण व 40 पर कार्य प्रगति पर हैं वहीं 40 घोषणाओं पर शासन से स्वीकृत अपेक्षित है। मंडलायुक्त ने जिला चिकित्सालय में व्यवस्थाओं तथा बैड आदि की विस्तृत जानकारियां ली।