राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह आज बागेश्वर पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों की बैठक लेते हुए स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं समेत कई संगठनों से मुलाकात कर जिले और प्रदेश के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बागेश्वर जिले में पर्यटन, साहसिक पर्यटन के साथ ही होम स्टे की अपार सम्भावनाएं हैं। बैठक में उत्तराखंड के राज्यपाल ने जिलाधिकारी विनीत कुमार, पुलिस, वन, उद्योग, कृषि, बाल विकास, पर्यटन, उद्यान, चिकित्सा आदि विभागों के अधिकारियों से जिले में संचालित विभिन्न विकास योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि बागेश्वर आने पर वो बहुत खुश हैं। कोविड काल में भी बागेश्वर ने हार नहीं मानी और कई तरह के स्टार्टअप से अपने आप को आगे बढ़ाया।
राज्यपाल ने स्वयं सहायता समूह की तारिफ करते हुए कहा कि महिलाओं की मेहनत काबिले तारिफ है। राज्यपाल ने जिले में ट्राउट मछली, कीवी, स्ट्रावेरी, होम स्टे की योजनाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि जल्द ही इसके अच्छे परिणाम आएंगे। उन्होंने कहा कि टूरिज्म के लिए बागेश्वर जिला बहुत ही खूबसूरत है। उन्होंने युवा पीड़ी का आह्वान करते हुए कहा कि वो होम स्टे के लिए आगे आएं, अभी बागेश्वर जिले में 110 होम स्टे हैं। यदि इनकी संख्या पांच सौ से ज्यादा होगी तो पर्यटकों को बागेश्वर के बारे में जानने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि आने वाले वक्त में बागेश्वर बहुत उन्नति करेगा।
राज्यपाल ने जिले में रेड क्रॉस द्वारा कोविड काल के कामों की सराहना करते हुए टीम की बधाई भी दी। राज्यपाल ने पूर्व सैनिकों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं के निराकरण करने का भी आश्वासन दिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मैं समूचे विश्व को संदेश देना चाहूंगा कि यदि आप प्रकृति की खुशी महसूस करना चाहते हैं तो बागेश्वर में जरूर आएं। गौरतलब है कि राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह ने उत्तराखंड को आगे बड़ाने के लिए पांच लक्ष्य रखे हैं। जिनमें रिवर्स माईग्रेशन को हासिल करने, जैविक खेती का विकास करने, महिला क्षमता विकास, ई- कनेक्टिविटी स्थापना विकास तथा अध्यात्म विकास शामिल हैं। और वो इस पर मजबूती से काम करने पर लगे हैं।