बागेश्वर में कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोजित, जन शिक्षण संस्थान द्वारा वर्तमान में संस्थान से जुड़े 20 प्रतिभागियों को चार महीने का ड्रेस मेकर का प्रशिक्षण दिया गया। लक्षिता ट्रेलर नदीगांव में प्रशिक्षण समापन के अवसर पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। प्रतिभागियों को बताया गया कि प्रशिक्षण उपरांत वो किस तरह से स्वरोजगार के माध्यम से स्वालंबी बन सकते हैं।
असिस्टेंट ड्रेस मेकर के प्रशिक्षण कार्यक्रम में चार महीने के प्रशिक्षण में सभी प्रतिभागियों को सफलता पूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण कर प्रमाण-पत्र प्राप्त करने पर बधाई देने के साथ ही प्रशिक्षण के दौरान उनके अनुभव व उनके द्वारा बनाये गये उत्पादों के बारे में जानकारी ली गई। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दीपा आर्या ने बताया कि सरकार लगातार महिलाओ को रोजगार से जोड़ने का काम कर रही हैं। जिसके तहत यह प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहे है। महिलाओ को इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम होने से आर्थिक और सामाजिक रूप से काफी मजबूती मिलती है।
प्रशिक्षिक गीता लोहनी ने कहा कि केन्द्र सरकार की इस योजना से आज जिस तरह से प्रतिभागी अपने काम में निपुण हो गए हैं वो उनके लिए आत्मनिर्भरता की एक अच्छी मिशाल है।
बता दे कि केन्द्र सरकार की कौशल विकास योजना से लाभान्वित प्रशिक्षार्थियों ने बताया की प्रशिक्षण के बाद से वह अपना रोजगार कर आर्थिक रूप से काफी मजबूत हो रही हैं। आज कुछ लोग खुद की दुकान भी खोल चुके है तो कुछ अपना काम कर रहे है। प्रशिक्षण लेने के बाद कई प्रशिक्षणार्थी अब घर पर ही अपना काम कर रहे हैं जिससे वे प्रतिमाह 10 से 20 हजार रूपये की आमदनी भी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार की कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय द्वारा प्रायोजित जन शिक्षण संस्थान का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में गैर-साक्षर, नव-साक्षर और स्कूल छोड़ने वालों को व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करना है, ताकि उस क्षेत्र में प्रासंगिक बाजार वाले कौशल की पहचान की जा सके।
इस मौके पर में प्रोग्राम मैनेंजर रश्मि गढिया,मास्टर ट्रेनर हेमा बिष्ट,प्रेमा परिहार, लता लोहनी, करिश्मा रावल,गोदावरी सहित अन्य प्रशिक्षार्थि मौजूद रहे।