बागेश्वर डाइट में राज्यस्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता का रंगारंग आगाज हुवा।यह कार्यक्रम राज्य में पहली बार आयोजित हो रहा है। विद्यालयी शिक्षा में विशेष रूप से प्रारंभिक शिक्षा में लोक संगीत, लोक नृत्य, नाटिकाओं, बाल गीत, लोक कथाओं का विशेष महत्व है। विद्यार्थियों के चहुंमुखी विकास के लिए यह आयोजन किया जा रहा है।
राज्य स्तरीय सांस्कृतिक समागम में सात जिलों के 56 प्रतिभागी शिरकत कर रहे हैं। सांस्कृतिक समागम और प्रतियोगिता का शुभारंभ विधायक पार्वती दास और राज्य मंत्री शिव सिंह बिष्ट ने संयुक्त रूप से किया। उन्होंने कहा कि अपनी लोक परंपरा, संस्कृति के संरक्षण में ऐसे कार्यक्रम उपयोगी होते हैं। 13 जिलों के प्रशिक्षु बाबा बागनाथ की नगरी में आए हैं। वह बच्चों की बेहतरी के लिए काम करेंगे।
कार्यक्रम समन्वयक रवि कुमार जोशी ने बताया कि सांस्कृतिक समागम के आयोजन का मकसद विद्यालयी शिक्षा में लोक संगीत, लोक नृत्य, नाटिकाएं, बाल गीत, लोक कथाओं के माध्यम से विद्यार्थियों के चहुंमुखी विकास करना है। कार्यक्रम की संकल्पना राष्ट्रीय शिक्षा नीति के स्कूल स्तर पर स्थानीय संगीत, कला, भाषा, हस्तकौशल को बढ़ाने और प्रोत्साहित करने के उद्देश्यों पर आधारित है।
वही प्रतिभागी किरन तिवारी ने बताया कि पहली बार हो रहे इंटर डाइट कल्चर मीट में प्रतिभाग करना काफी अच्छा लग रहा है। इसके तहत पांच विधाओं लोक संगीत, लोक नृत्य, नाटिकाएं, बाल गीत, लोक कथाओं पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है, जो हमारी भारतीय संस्कृति पर आधारित है। जिसे आने वाले समय ने हमे भी अपने स्कूलों में अपने बच्चो को सीखाने का मौका मिलेगा।