आंदोलनकारियों ने कहा की अब भी मांग नही मानी तो उग्र आंदोलन के लिए होंगे बाध्य
टनकपुर-बागेश्वर रेल मार्ग निर्माण संघर्ष समिति ने बागनाथ मंदिर में आयेाजित बैठक में मार्ग निमाण शुरू नहीं होने पर चिंता जताई गई। नाराज लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। जल्द बजट स्वीकृत नहीं होने पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है। साथ ही आंदोलनकारियों ने अलग कुर्मांचल राज्य की मांग करने की बात कही। उन्होंने कहा की उत्तराखंड राज्य का गठन पहाड़ी जिलों के विकास को लेकर किया गया था लेकिन पहाड़ी जिलों को लाभ के लिए आज तक भटकना पढ़ रहा है। सरकार से जल्द मांग पूरी करने की मांग की।
संघर्स समिति से जुड़े लोग बागनाथ मंदिर में एकत्रित हुए। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि गत दिनो केंद्र सरकार ने आंतरिम बजट जारी किया, लेकिन इस बजट में रेल मार्ग निर्माण के लिए कोई बजट का प्रावधान नहीं किया। यहां तक की इसकी चर्चा तक नहीं की, जबकि गत विधानसभा चुनाव से पहले हल्द्वानी में हुई सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके निर्माण की घोषणा की थी। दो साल बाद भी बजट नहीं मिला है। सिर्फ सर्वे के नाम पर उन्हें झूठा आश्वासन दिया जा रहा है। उन्होंने जल्द बजट नहीं मिलने पर आंदोलन कीचचतानी दी है। इस मौके पर पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष गीता रावल,केश्वानंद जोशी, लक्ष्मी धर्मशकतू, डॉ. प्रताप सिंह गड़िया, हरीश सोनी, चरण सिंह बघरी, विक्रम ड्योड़ी, रमेश टम्टा, मनमोहन रमेश रस्तोगी आदि मौजूद रहे।