उत्तराखण्ड के चम्पावत जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय से जरूरी काम निपटा कर अपने घर लोहाघाट जा रहे वरिष्ठ पत्रकार गिरीश सिंह बिष्ट पर दो कारों में सवार 10-12 युवकों द्वारा लूटपाट और हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल करने पर नेशनलिस्ट यूनिय ऑफ जर्नलिस्ट्स ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किये हैं। यूनियन ने उत्तराखण्ड के डीजीपी को भेजे पत्र में आरोपियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
यूनियन की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य एवं संरक्षक त्रिलोक चन्द्र भट्ट की ओर से राज्य के डीजीपी को भेजे पत्र में कहा गया है कि 15 मार्च, 2022 की रात्री चम्पावत-लोहाघाट के बीच नेशनल हाइवे पर हुई घटना में कार सवार हमलावरों ने सूनसान जगह पर वरि0 पत्रकार गिरीश सिंह बिष्ट की मोटरसाइकल को ओवरटेक कर बीच हाइवे पर रोका और गाली, गलौंच व जान से मारने की धमकी देते हुए महत्वपूर्ण कागजों से भरा उनका बैग छीन लिया। श्री भट्ट ने पत्र में लिखा है कि विरोध करने पर पत्रकार गिरीश सिंह बिष्ट के साथ मारपीट की गई। जब उनके द्वारा पुलिस को घटना की सूचना देने के लिए मोबाइल निकाला तो उनके दोनों मोबाइल भी हमलावरों ने छीन लिये और तोड़ कर फैंक गये। पत्र में कहा गया है कि पत्रकार बिष्ट के साथ मारपीट करने के बाद हमलावर उन्हें झाड़ियों में फेंक कर चले गये। हमलावरों के जाने के बाद वे किसी तरह झाड़ियों से बाहर निकले और अस्पताल जाकर इलाज करवाया।
भट्ट ने बताया कि ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि आरोपी लोहाघाट/चम्पावत के रहने वाले हैं और गिरोहबंद होकर नशा और अन्य असामजिक गतिविधियों में लिप्त रहते हैं।
नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स ने घटना की निंदा करते हुए मामले में जांच कराकर आरोपियों के विरूद्ध सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत करते हुए कड़ी कार्रवाही करने करने की मांग की है।