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सीएम धामी ने प्रदेश विकास के लक्ष्य में सहयोग करने वाली 17 संस्थाओं का किया सम्मान

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यूएनडीपी ने देश के विकास के लिए उत्तराखंड ने सतत विकास के लक्ष्य को 2030 तक पाने का लक्ष्य रखा है। जिसके लिए प्रदेश में अलग-अलग समितियों का भी गठन किया गया है जो इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कम कर रही हैं। इन समितियों और संस्थाओं को अलग-अलग क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर सम्मानित किया गया है।

इस मौके पर सीएम धामी ने कहा कि जिस तरह से सकारात्मक कंपटीशन खेलों में होता है, उसे तरह से एसडीजी के सतत लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हो रहा है। प्रदेश के विकास के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी लोगों को सम्मिलित रूप से प्रयास करने होंगे और सबको एक दिशा में चलना होगा।

सीएम ने कहा कि पीएम मोदी का जो संकल्प है ‘आत्मनिर्भर भारत’ उन्हीं से प्रेरणा लेकर आत्मनिर्भर उत्तराखंड के सापने को साकार कर सकेंगे। उत्तराखंड राज्य में हर साल तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हर साल किसी न किसी रूप में आपदा का सामना करते हैं।

इस साल भी आपदा की वजह से काफी नुकसान हुआ है। लिहाजा विकास के क्षेत्र में विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए इकोलॉजिकल और इकोनॉमी में संतुलन बनाते हुए काम करना होगा। क्योंकि पर्यावरण और विकास एक दोनों ही एक दूसरे के बिना अधूरे हैं।

सीएम ने कहा कि देश के अंदर लंबे समय तक बहुत सारी सरकारें रहीं हैं, उन्होंने अपने अपने स्तर पर तमाम प्रयास किए होंगे. लेकिन साल 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जब से सरकार ने काम करना शुरू किया है, तब से यह सरकार गरीबों को समर्पित सरकार रही है.

सीएम धामी ने कहा कि जो भी इस सरकार के कार्यकाल के समय में योजनाएं शुरू की गईं, वह सभी योजनाएं गरीबों की आवश्यकताओं के अनुरूप बनीं. एक समय था जब कुछ लोगों और समूहों के लिए ही योजनाएं बनती थीं. पिछले 9 सालों में जो योजनाएं बनी हैं, वह उन लोगों के लिए बनी हैं जिनको वास्तव में इन योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए.

सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार भी राज्य के सतत विकास के लिए लगातार प्रयास कर रही है. पिछले वर्षों में राज्य में सतत विकास के लिए बेहतर लक्ष्य हासिल किए हैं. जहां पहले राज्य 21वें नंबर पर था तो वहीं अब राज्य 9वें नंबर पर आ गया है.

इसके लिए कहीं ना कहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ओर से दिए गए सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास को मूल में रखकर लगातार प्रयास कर रहे हैं. लिहाजा, जब तक अच्छे व्यक्ति और अच्छी संस्थाएं नहीं होंगी तब तक विकास की जो अवधारणा है, वो हमसे दूर होगी.

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