आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी कर्मचारी कार्य बहिष्कार दूसरे दिन भी जारी रहा। नाराज कार्यत्रियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। लंबित चार सूत्रीय मांगों का निराकरण नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी। चुनाव से संबधित कार्यों को वह पहले की तरही ही संपादित कर रही हैं।
कार्यकत्रियों ने नुमाईशखेत मैदान में बैठक की।। कहा कि उनकी मांगों को लेकर शासन-प्रशासन संवेदनशील नहीं है। मानदेय को लेकर वह मुख्यमंत्री और प्रशासनिक अधिकारियों से निवेदन कर चुके हैं, लेकिन उन्हें कोई सकारात्मक उत्तर नहीं मिल सका है। उन्होंने जनवरी से न्यूनतम मानदेय 600 रुपये प्रति दिन के हिसाब से 18 हजार रुपये माह करने की मांग की। उन्होंने सेवानिवृत्त होने पर दो लाख रुपये का प्रावधान करने को कहा। वह बुढ़ापे में किसी के सामने हाथ नहीं फैला सकें। गोल्डन कार्ड जारी करने और सरकारी योजनाओं का लाभ देने, मिनी आंगनबाड़ी का उच्चीकरण का जीओ जारी करने की मांग की। वक्ताओं ने कहा कि जल्द ही एक शिष्टमंडल देहरादून जाएगा। इसके लिए भी चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि उनके कार्य बहिस्कर पर जाने से बीएलओ और चुनाव से संबंधित शपथ का काम प्रभावित नहीं हो रहा है। वो लगातार जारी है। इस मौके पर चम्पा गोसवामी, बसंती देवी, नीमा देवी, दुर्गा टम्टा, किरन साह, जानकी चौबे, आनंदी, विमला देवी, तुलसी देवी, मुन्नी पांडे, भागीरथी देवी, अनीता लोहनी, तारा देवी, नेहा मलड़ा आदि मौजूद रहे।