आउट रीज कार्यक्रम के तहत सेना के उत्तर भारत बरेली क्षेत्र ने विकास खंड परिसर पर दो दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया था। जिसमें स्वास्थ्य के अलावा पूर्व सैनिकों और वीरांगनाओं की समस्याओं पर मंथन किया गया। उन्हें हरसंभव मदद देने की बात की गई। इस दौरान सेना के पूर्व सैनिक, वीरागंना और उनके स्वजनों की सेना से आए चिकित्सकों ने स्वास्थ्य की जांच की। कल शिविर में 315 लोगों की समस्या सुनीं गई और 110 लोगों का इलाज हुआ। वही आज 287 लोगो की समस्याएं सुनी गई और 105 लोगो का इलाज किया गया।
बिग्रेडियर पीके खुराना ने बताया कि सेना के पूर्व सैनिकों, परिजनों और वीरांगनाओं के लिए यह दो दिवसीय शिविर आयोजित किया गया था। जिसमें स्वास्थ्य सेवाओं के अलावा उनकी समस्याएं भी सुनी गई। उन्होंने कहा कि शिविर को रिमोर्ट एरिया में लगाने का उद्देश्य है। वीरागंनाओं की सेना, केंद्र, राज्य और स्थानीय समस्याएं सुनी जा रही हैं। उनका समाधान भी किया जाना है। वीरागंनाओं ने जो अपने समय सेना, रेजीमेंट, यूनिट में बिताया है, उसे याद दिलाया जा रहा है। सीमांत के पूर्व सैनिक हेड क्वार्टर तक नहीं पहुंच पाते हैं। उनके लिए यह शिविर मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा की शिविर का लाभ 750 से अधिक पूर्व सैनिकों और वीरांगनाओ ने लिया। इस मौके पर पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष दरवान सिंह हरड़िया, खड़क सिंह चौहान, राजेंद्र सिंह नगरकोटी, चंचल सिंह रावत, धन सिंह भौर्याल, बालम सिंह, देवेंद्र सिंह, राम गिरी गोस्वामी, कर्नल विनोद कुमार, कर्नल आरडी शर्मा,जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कैप्टन रंजीत सेठ, कैप्टन आरसी तिवारी आदि मौजूद रहे।