बागेश्वर में स्व. बालम सिंह जनौटी की पुण्य तिथि पर विचार गोष्ठी का अयोजन किया गया। कुमाउनी भाषा, साहित्य और संस्कृति प्रचार समिति की ओर से आयोजित गोष्ठी में पूर्व उप शिक्षाधिकारी अंबा राम आर्या को वैद्य कल्याण सिंह बिष्ट स्मृति कुमाउनी साहित्य सेवी सम्मान से सम्मानित किया गया।
गोष्ठी का शुभारंभ करते हुए समिति के संयोजक वृक्ष पुरुष किशन सिंह मलड़ा ने पूर्व में जिले में आयोजित राष्ट्रीय कुमाउनी सम्मेलन पर एक स्मारिका प्रकाशित करने का प्रस्ताव रखा और कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने आलेख प्रस्तुत करने का आग्रह किया। एडवोकेट जमन सिंह बिष्ट ने कुमाउनी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए होने वाली जनगणना में मातृभाषा लिखने को कहा। पूर्व उपशिक्षाधिकारी आर्या ने नई पीढ़ी से अपनी भाषा और संस्कृति के विकास के लिए जागरुक होकर कार्य करने को कहा। डॉ. गोपाल कृष्ण जोशी ने स्व. जनौटी को अपनी कविता के माध्यम से श्रद्घांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं ने कुमाउनी के विकास को लेकर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। गोष्ठी की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष देव सिंह पिलख्वाल और संचालन डॉ. केएस रावत ने किया। इस मौके पर पहरु के उप संपादक ललित तुलेरा, गंगा सिंह पांगती, रमेश प्रकाश पर्वतीय, प्रशांत पांडेय, चरण सिंह बघरी, आनंद बिष्ट, भाष्कर नेगी, एडवोकेट दिग्विजय सिंह जनौटी आदि मौजूद रहे।