वन्यजीव संघर्ष में दो बाघों के हमले में एक गुलदार की मौत हो गई। गुलदार को मारने के बाद दोनों बाघ कई घंटों तक शव के पास मंडराते रहे। घंटों की मशक्कत के बाद वन विभाग ने गुलदार के शव को बाघों के कब्जे से छुड़ाया। गुलदार के शव का दो डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया।
सुरई वन रेंज में गश्ती दल ने वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी कि कक्ष संख्या 46 में एक गुलदार का शव दिखा है। गश्ती दल के जानकारी देने पर रेंजर सुरई रेंज सुधीर कुमार और एसडीओ शिवराज सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वन अधिकारियों ने मौके पर देखा कि दो बाघ गुलदार के शव के पास टहल रहे हैं। साथ ही दोनो काफी आक्रामक दिखायी दे रहे थे। वन अधिकारियों ने कई घंटों की मशक्कत के बाद दोनो बाघों को वहां से हटाया और गुलदार के शव को कब्जे में लिया। जिसके बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। जहां दो पशु चिकित्सको के पैनल ने गुलदार का पोस्टमार्टम किया। वन अधिकारियों ने बताया कि वन्य जीव संघर्ष में बाघों ने गुलदार को मारा है। मृतक मादा गुलदार की उम्र आठ साल के लगभग है।