अग्निवीर भर्ती के लिए डॉक्यूमेंट बनाने के लिए हो रही समस्या को लेकर सवाल कर रहे एनएसयूआई नेता और एसडीएम पौड़ी के बीच कल देर शाम को तहसील में जमकर कहासुनी हुई। कहासुनी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इसमें एसडीएम आकाश जोशी एनएसयूआई नेता नितिन बिष्ट को मारने की बात कहते दिखाई दे रहे है। साथ ही एनएसयूआई नेता भी एसडीएम को उनकी जिम्मेदारी का एहसास करा रहे हैं।
कल पौड़ी एसडीएम और एनएसयूआई नेता के बीच जमकर तकरार हो गई। एसडीएम और एनएसयूआई नेता के बीच मामला इतना गरमा गया कि हाथापाई तक की नौबत आ गई। मामला बढ़ता देख एसडीएम पौड़ी को पुलिस बुलानी पड़ी। साथ ही एसडीएम ने सरकारी कार्य में बाधा डालने समते अन्य मामलों में एनएसयूआई नेता नितिन बिष्ट के खिलाफ नामदज तहरीर दर्ज कराई है।
देश में पहली बार आयोजित हो रही अग्निवीर भर्ती रैली को लेकर युवा में काफी उत्साह में है। गढ़वाल मंडल की रैली का आयोजन पौड़ी के कोटद्वार में हो रहा है। साथ ही जरूरी प्रमाण पत्रों को बनाने के लिए तहसील में युवाओं की भीड़ बड़ी संख्या में उमड़ रही है। भीड़ को देखते हुए तहसील प्रशासन के भी हाथ पांव फूले हुए हैं। अग्निवीर भर्ती रैली के लिए तहसील प्रशासन द्वारा बनाए जा रहे प्रमाण पत्रों के लिए युवाओं की लंबी कतार लग रही है। पौड़ी जिले की भर्ती आगामी 23, 24 व 25 अगस्त को होनी है। ऐसे में युवाओं को प्रमाण पत्र के लिए तहसील में कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है। कल पौड़ी तहसील क्षेत्र के युवा अपने प्रमाण पत्रों के इंतजार में आधी रात तक तहसील में ही बैठे रहे।
एसडीएम सदर आकाश जोशी ने बताया कि एनएसयूआई नेता नितिन बिष्ट करीब 8 बजे तहसील पहुंचकर बवाल काटने लगे। पहले तो तहसील प्रशासन ने नितिन बिष्ट को समझाने का प्रयास किया। लेकिन आक्रोशित एनएसयूआई नेता कुछ सुनने को तैयार नहीं था।
कुछ समय बाद एनएसयूआई नेता और एसडीएम के बीच तू-तू मैं-मैं हो गई। एसडीएम को एनएसयूआई नेता ने जिमेदारी का एहसास क्या कराया एसडीएम साहब तो भड़क गए उन्होंने युवक को मारने की धमकी दे डाली। इसके बाद एसडीएम ने पुलिस को बुलाया। एसडीएम के अनुसार तब तक नितिन बिष्ट फरार हो गया। एसडीएम ने सरकारी कार्य में बाधा डालने व गाली गलौज करने के आरोप में थाने में नामजद तहरीर दी है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बताया कि फिलहाल आरोपी फरार है। पुलिस द्वारा गिरफ्तारी की कार्रवाई की जा रही है।
पूरे मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने सोसीयल मीडिया वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि भर्ती के दौरान एक नौजवान ने कुछ सवाल उठाए। क्योंकि अग्निवीर प्रमाण पत्रों को लेकर परेशान थे, भोजन की व्यवस्था नहीं थी और जब किसी नौजवान ने ये बातें प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से जो वहां उपस्थित थे उनसे कही, तो उसके साथ जो व्यवहार हुआ है। वह पूरी तरह से गलत है। उस युवक पर सरकारी कामकाज में बाधा डालने की FIR का दर्ज करना, इस सरकार के अमानवीय चेहरे को दर्शाने के लिए काफी है। इस चेहरे के देखें और इस पर अपनी राय जरूर जाहिर करें।