पिंडारी ग्लेशियर की ट्रैकिंग पर गए 75 ट्रैकर सकुशल लौट आए हैं। 96 ट्रैकर विभिन्न स्थानों पर रुके हुए हैं। जिले में कोई भी ट्रैकर रास्ते में फंसा नहीं है। खराब मौसम के चलते पहले ही खाती गांव से आगे जाने पर जिला प्रशासन ने रोक लगाई है।
जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्या ने बताया कि वन विभाग से शनिवार शाम को मिली जानकारी के अनुसार विभिन्न जगहों के 171 ट्रैकर ट्रैकिंग पर गए थे। इनमें 75 ट्रैकर सकुशल लौट आए हैं। 96 ट्रैकरों में से 57 ट्रैकर खाती में रुके हुए हैं। 12 ट्रैकर सोराग में हैं। शेष 27 ट्रैकरों में से कुछ ट्रेल पास होते हुए मुनस्यारी की ओर निकल गए हैं। कुछ ट्रैकर अन्य स्थानों पर हैं।
उन्होंने कहा कि कही भी कोई ट्रैकर नही फसा है। किसी के भी फसे की बात पूरी तरह से गलत है। खराब मौसम को देखते हुए खाती से आगे पिंडारी की ओर जाने पर रोक लगाई गई है। ऐसे में पिंडारी क्षेत्र में ट्रैकरों के फंसने का सवाल ही नहीं होता है। अन्य जगह चल रही खबरें पूरी तरह से गलत है।
वही जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल से इस मामले को लेकर जानकारी चाही गई तो उनके द्वारा जानकारी देने से मना कर दिया गया। और कहा गया की उनका कार्य हादसा होने के बाद शुरू होता ना की पहले। हालाकि उनको जानकारी है पर वह जानकारी केवल कोई हादसा होने पर रेस्क्यू कार्य के लिए प्रयोग में लाते है। बता दे की पिछले वर्ष भी भारी बारिश के वक्त कुछ विदेशी पर्यटकों सहित स्थानीय पर्यटक द्वाली के पास फस गए थे। उस वक्त भी आपदा विभाग के पास वहा फसे पर्यटकों की स्पष्ट जानकारी नहीं थी। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है की आपदा विभाग कितनी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।




