पौड़ी जिले में कल 4 अक्टूबर को शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। बारातियों से भरी एक बस सड़क से 500 मीटर नीचे नयार नदी में गिर गई। जानकारी के अनुसार बारात हरिद्वार के लालढांग से पौड़ी जिले के कांडा गांव जा रही थी। तभी बीच रास्ते में बीरोंखाल में सीमड़ी बैंड के पास तेज रफ्तार बस पर ड्राइवर का नियंत्रण खो गया और बस सीधे नयार नदी में जा गिरी।
बताया जा रहा है कि बस में 45 बाराती सवार थे। हादसे के बाद बस में सवार कुछ लोग किसी तरह सड़क तक पहुंचे और मोबाइल फोन से अपने परिचितों को घटना की सूचना दी। रेस्क्यू ऑपरेशन की टीम ने 25 शवों को निकाला है। अंधेरा होने के चलते मंगलवार रात रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही थी। सुबह भी रेस्क्यू जारी रहा। डीजीपी ने बताया कि 21 लोगों को बचा लिया गया है।
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि धूमाकोट के बीरोंखाल इलाके में बीती रात हुई पौड़ी गढ़वाल बस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई। पुलिस और एसडीआरएफ ने रातों-रात 21 लोगों को बचाया है। घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हादसे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम में पहुंचे और अधिकारियों से घटना से बारे में जानकारी ली। सीएम ने जिलाधिकारी पौड़ी से बात कर पूरी सतर्कता के साथ राहत और बचाव कार्य करने के निर्देश दिये हैं। शासन स्तर पर हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है, जिसके तहत राहत एवं बचाव कार्य के लिए टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंची।
लालढांग स्थित शिव मंदिर के निकट रहने वाले संदीप पुत्र स्व नंद राम की बारात मंगलवार दोपहर पौड़ी जिले के कांडा गांव के लिए घर से निकली थी। 45 से 50 बाराती एक बस में सवार थे, जबकि दूल्हा संदीप कार में सवार था। दुल्हन के घर पहुंचने से कुछ दूरी पर ही देर शाम बस बीरोंखाल के सीमड़ी बैंड के पास अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। बारात की कल ही वापसी होनी थी लेकिन दुल्हन के घर पहुंचने से पहले ही ये हादसा हो गया।