लखीमपुर खीरी में किसानों की हुई मौत मामले में चल रहे बवाल के बीच सूबे की योगी सरकार और किसानों के बीच सहमति बन गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लखीमपुर खीरी में प्रशासन और किसानों के बीच चल रही बातचीत के बाद तय किया गया कि सभी मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी दी जाएगी। साथ ही 45-45 लाख रुपए प्रति परिवार आर्थिक सहायता मुआवजे के रूप में दिया जाएगा।
लखीमपुर खीरी में किसानों की हुई मौत मामले में चल रहे बवाल के बीच सूबे की योगी सरकार और किसानों के बीच सहमति बन गई है। मृतकों के परिजनों को 45-45 लाख रुपए व घायलों को 10-10 लाख रुपए देने की घोषणा की गई है। जानकारी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने दी।
उन्होंने आगे बताया कि उक्त मामले में जो भी दोषी पाएं जाएंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। इस संबंध में किसान नेता राकेश टिकैत की प्रदेश सरकार के अधिकारियों से बंद कमरे में चर्चा हुई। राकेश टिकैत ने कहा मुआवजे के साथ मृतकों के परिजनों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, मृतकों के परिजनों को 45 लाख रुपए के मुआवजे के साथ ही मंत्री और उसके बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के अलावा मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी और मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है।
इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से राकेश टिकैत ने एलान किया कि शव का पोस्टमार्टम होने दिया जाए। टिकैत ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 10 घंटे में उक्त मांग पूरी न हुई तो बड़े आंदोलन की तैयारी की रूपरेखा तैयार होगी। वहीं गृह मंत्रालय ने यूपी सरकार से लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा पर रिपोर्ट मांगी है। हिंसा संभावित क्षेत्र में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 4 कंपनियां तैनात की गई हैं।
सरकार की तरफ से कहा गया कि मृतक आश्रितों को सरकारी नौकरी और 45 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी और घटना की उच्च स्तरीय जांच रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में कराई जाएगी। साथ ही उक्त मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया है कि आठ दिनों के भीतर दोषियों की गिरफ्तारी की जाएगी और इस पूरी घटना की रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच कराई जाएगी।
वहीं, सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा सहित मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी, प्रमुख सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, डीजीपी मुकुल गोयल सहित तमाम बड़े अफसरों के साथ हाई लेवल मीटिंग की। सीएम ने पूरे प्रदेश को अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा है।