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उड़ान योजना की हुई शुरुआत, कई रूटों के लिये हुई हेली सेवा शुरू

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जौलीग्रांट में 353 करोड़ की लागत से एयरपोर्ट की फेस वन बिल्डिंग का उद्घाटन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया। ये नई टर्मिनल बिल्डिंग पुरानी बिल्डिंग से 10 गुना बड़ी है, जिसमें 1800 यात्रियों की क्षमता है। इसके साथ ही इसमें 11 चेकिंग काउंटर की जगह 36 चेकिंग काउंटर बनाये गए हैं।

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उड्डयन राज्य मंत्री वीके सिंह ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उड़ान योजना के तहत उत्तराखंड के कई रूटों पर हेली सेवा भी शुरुआत भी की गई है। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक वीडियो कांफ्रेंस के जरिए कार्यक्रम से जुड़े रहे।

उड़ान योजना के तहत हैरिटेज कंपनी की ओर से सहस्त्रधारा से गौचर और चिन्यालीसौड़ के लिए सीधी हवाई सेवा शुरू की गई है। वहीं, पवन हंस की ओर से जौलीग्रांट से श्रीनगर और गौचर के लिए सीधी हवाई सेवा का संचालन किया जा रहा है। इसके अलावा पवन हंस की ओर से दून से हल्द्वानी, पंतनगर-पिथौरागढ़, देहरादून-पिथौरागढ़ वाया हल्द्वानी हेली सेवा शुरू की गई है। इस मौके पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उत्तराखंड को भारत का केवल एयरोस्पोर्ट्स ही नहीं बल्कि ड्रोन स्पोर्ट्स का भी केंद्र बनना चाहिए। मैं विश्वास दिलाता हूं कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र से इस दिशा में पूरा सहयोग प्राप्त होगा।

उत्तराखंड में पर्यटन और यात्रियों की संख्या बढ़ने से पुरानी टर्मिनल बिल्डिंग छोटी पड़ रही थी। अब नई बिल्डिंग में बड़ी और आधुनिक बनाई गई है। टर्मिनल में अंदर आने पर राज्यपुष्प ब्रह्मकमल की झलक दिखाने वाले तीन स्तम्भ बनाए गए हैं। इन्हीं स्तम्भों के सामने राज्य की कलाकृतियों को दर्शाया गया है। बता दें कि वर्तमान में एयरपोर्ट पर रोजाना करीब 22 से 25 फ्लाइट के आवागमन होने से बड़ी बिल्डिंग की जरूरत महसूस की जा रही थी। एयरपोर्ट निदेशक प्रभाकर मिश्रा ने बताया कि नई टर्मिनल बिल्डिंग पुरानी बिल्डिंग से 10 गुना बड़ी है। पुरानी बिल्डिंग में जहां 150 यात्री आ सकते थे वहीं नई बिल्डिंग में 1800 यात्रियों की क्षमता है। इसके साथ ही पार्किंग की कैपेसिटी भी बढ़ाई गई है। पुरानी पार्किंग में 4 एयरबस और 4 एटीआर की कैपेसिटी थी, अब 10 एयरबस और 10 एटीआर की कैपेसिटी हो गई है। वहीं, नया टर्मिनल भवन आधुनिक मशीनों से लैस है जिसमें 11 चेकिंग काउंटर की जगह 36 चेकिंग काउंटर बनाये गए हैं। इसमें सीधे जहाज में बैठने की सुविधा है, स्केरेटर और लिफ्ट की सुविधा है, 4 अरोब्रिज बनाये गए हैं। नया टर्मिनल भवन पर्यावरण के अनुरूप बनाया गया है, जिसमें बारिश के पानी को संरक्षित करने की सुविधा है, आर्टिफिशियल लाइटों को कम करके स्काई लाइट लगाई गई हैं, जिसमें सूर्य की रोशनी को उपयोग में लाया गया है। इसके साथ ही सोलर पवार प्लांट भी लगाया गया है। फ्लाइट का इंतजार करने वाले यात्रियों के लिए शॉपिंग मॉल भी तैयार किया जा रहा है।

एयरपोर्ट फेस वन टर्मिनल भवन बनकर तैयार है और 353 करोड़ की लागत से फेस वन और फेस टू का कार्य होना है, जिसमें 250 करोड़ की लागत से तैयार टर्मिनल भवन का आज लोकार्पण हुआ है। फेस वन के लोकार्पण के बाद फेस टू का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

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