बागेश्वर। विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा के कृषि विज्ञान केंद्र काफलीगैर की ओर से उडेरखानी गांव में गोष्ठी की गई। गोष्ठी में किसानों को समेकित खेती के लाभ बताए गए और खेती, बागवानी से आजीविका बेहतर करने के प्रेरित किया गया।
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ कमल कुमार पांडेय ने गोष्ठी का शुभारंभ करते हुए कहा कि वर्तमान में जिले के काफी किसान तकनीक का प्रयोग करने लगे हैं। अनाज के साथ सब्जी और फल उत्पादन को बढ़ाकर लोगों को लाभ मिल रहा है। उन्होंने मशरूम उत्पादन, मत्स्य पालन, मुर्गी पालन और मधुमक्खी पालन का कार्य भी करने के लिए किसानों को प्रेरित किया। विषय विशेषज्ञ हरीश जोशी ने मशरूम उत्पादन की उन्नत तकनीक की जानकारी दी। विषय विशेषज्ञ एनके सिंह ने मुर्गी पालन के लाभ बताए। ग्रामीणों को केंद्र की ओर से मिलने वाली सहायता और विभिन्न सरकारी योजनाओं से मिलने वाले लाभ भी बताए गए। इस मौके पर ग्राम प्रधान किरन टम्टा, अजय टम्टा, विजय कुमार टम्टा, महेंद्र टम्टा आदि मौजूद रहे।