सरकारी विभागों में तैनाती की मांग को लेकर गुरिल्ले लगातार आंदोलन की राह पर हैं गत दिनों हाईकोर्ट ने उनके हक में फैसला सुनाया इसके बाद भी सरकार ने उन्हें आज तक तैनाती नहीं दी है। अब गुरिल्लो ने हिम प्रहरी व ब्राइब्रेंट बिजेल योजना लागू करने तथा उन्हें तैनात करने की मांग की है। साथ ही प्रधानमंत्री तथा गृहमंत्री को भी इस आशय का ज्ञापन भेजा है। जिले के गुरिल्ले आज नुमाइश खेत मैदान में एकत्रित हुए। यहां नारेबाजी के साथ उन्होंने प्रदर्शन किया यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि सरकार उनके हितों के बारे में नहीं सोच रही है। हिम प्रहरी व बाइब्रेंट विजेल योजना उत्तराखंड सरकार ने केंद्र सरकार को स्वीकृति के लिए भेजी है जो उत्तराखंड के नौ सीमांत ब्लॉकों के लिए है। जबकि उत्तराखंड के सभी पर्वतीय जिले विकास की दृष्टि से काफी पीछे हैं बेरोजगारी व पलायन से लोग त्रस्त है। इसलिए योजना सीमांत ब्लॉकों के साथ-साथ सभी पर्वतीय क्षेत्र में लागू करने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने बताया की हिम प्रहरी के लिए मानदेय 5 हजार रखा गया है जो इस महंगाई के इस दौर में काफी कम है उन्होंने मानदेय 20 करने की मांग की है साथ ही दोनों योजनाओं को लागू करने की मांग की है। इस मौके पर केंद्रीय अध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोटी, दिनेश लोननी, जय सिंह ,गोविंद लाल, मुरली देवी राधिका, देवकी ,कुंदन ,खेमानंद समेत करीब चार दर्जन गुल्ले मौजूद रहे।
जिले के गुरिल्ले आज नुमाइश खेत मैदान में एकत्रित हुए। यहां नारेबाजी के साथ उन्होंने प्रदर्शन किया यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि सरकार उनके हितों के बारे में नहीं सोच रही है। हिम प्रहरी व बाइब्रेंट विजेल योजना उत्तराखंड सरकार ने केंद्र सरकार को स्वीकृति के लिए भेजी है जो उत्तराखंड के नौ सीमांत ब्लॉकों के लिए है। जबकि उत्तराखंड के सभी पर्वतीय जिले विकास की दृष्टि से काफी पीछे हैं बेरोजगारी व पलायन से लोग त्रस्त है। इसलिए योजना सीमांत ब्लॉकों के साथ-साथ सभी पर्वतीय क्षेत्र में लागू करने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने बताया की हिम प्रहरी के लिए मानदेय 5 हजार रखा गया है जो इस महंगाई के इस दौर में काफी कम है उन्होंने मानदेय 20 करने की मांग की है साथ ही दोनों योजनाओं को लागू करने की मांग की है। इस मौके पर केंद्रीय अध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोटी, दिनेश लोननी, जय सिंह ,गोविंद लाल,मुरली देवी,राधिका, देवकी, कुंदन, खीमानंद समेत करीब चार दर्जन गुल्ले मौजूद रहे।