बागेश्वर में बारिश और ओलावृष्टि के बाद जंगलों में लगी आग को शांत हो गई है। साथ ही नगर क्षेत्र में फैले धुएं से भी लोगों को राहत मिली है। बारिश के बाद अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। साथ ही बागेश्वर नगर और कपकोट नगर क्षेत्र में जगह जगह सड़के बंद हुई। साथ ही कई जगह घरों ने पानी घुसा। सरयू गोमती का जल स्तर खतरे के निसान के आस पास पहुंच चुका है। जिला प्रशासन लोगो से नदियों से दूर रहने की अपील कर रहा है।
बागेश्वर में कल सुबह आसमान में हल्के बादल थे। वही जिला मुख्यालय में शाम 6 बजे से बारिश शुरू हो गई थी, जो देर रात तक तेज हो गई। वहीं, कपकोट और दुग नाकुरी तहसील क्षेत्र के कई गांवों में ओलावृष्टि हुई। पुड़कूनी, झोपड़ा में भी ओले बरसे हैं। नगर क्षेत्र में नदिया खतरे के निसान के आस पास पहुंच गई। कपकोट नगर समेत हरसीला, अनर्सा, हड़बाड़, पुरकोट, बालीघाट, रीमा, पचार समेत कई गांवों में हल्की ओलावृष्टि हुई। जिला मुख्यालय सहित कपकोट, रीमा, कौसानी क्षेत्र में भी जमकर बारिश हुई है। बारिश होने से सबसे अधिक राहत वन विभाग को मिली है। वनों में लगी आग को बारिश ने शांत कर दिया है। जिला मुख्यालय समेत घाटी वाले इलाकों में फैली धुंध भी कम हो गई है। वहीं, तापमान कम होने से लोगों को भी गर्मी से राहत मिली है। वही तेज हुई बारिश से दणु, बसकुना गधेरे के उफान में आने से यात्रायात कई घंटे तक उफान में रहा। वही मंडलसेरा सहित तहसील क्षेत्र और कपकोट में कई घरों में बारिश का पानी घरों में घुस गया।



