नई शिक्षा नीति के बहुआयामी लाभों पर हुई चर्चा
- परिसर में प्रवेशित छात्र छात्राओं के साथ
अभिविन्यास और इंटरैक्शन कार्यक्रम का हुआ आयोजन
बागेश्वर संवादाता : सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के पंडित बद्रीदत्त परिसर बागेश्वर में बीए के प्रवेशित छात्र छात्राओं हेतु अभिविन्यास और इंटरैक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कला संकाय के तत्वावधान में हुए इस कार्यक्रम में नव प्रवेशित छात्र छात्राओं के साथ प्राध्यापकों ने पारस्परिक संवाद के माध्यम से नई शिक्षा नीति के बहुआयामी लाभों के बारे में व्यापक चर्चा की। इस दौरान छात्र छात्राओं ने जीवन मे लक्ष्य निर्धारित करने के गुर सीखे। कला संकायाध्यक्ष एवम हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ हेमचंद्र दुबे ने छात्र छात्राओं को कोर और माइनर वोकेशनल विषयों के चयन के फायदे बताए कहा कि आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को नई शिक्षा नीति सार्थक रूप दे सकती है। संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ उमेश चंद्र जोशी ने अभिविन्यास कार्यक्रम की उपयोगिता पर अपने विचार रखे। समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ नरेश सिंह ग्वाल ने अपने लक्ष्यों को पूर्ण करने को कहा। इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ देवेश गर्ब्याल ने इंटरेक्शन कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। हिंदी विभाग की डॉ नेहा भाकुनी ने अध्ययन के जागरूक रहकर संस्कार सीखने की बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्या डॉ भगवती नेगीं ने विद्यार्थियों को पढ़ाई के तौर तरीकों से परिचित कराया। अनुशासन में रहकर अच्छे वातावरण के निर्माण की बात समझाई। इस दौरान कला संकाय के डॉ जगवती डॉ रेखा भट्ट डॉ जयति दीक्षित डॉ राखी ने भी विद्यार्थियों को अभिव्यक्ति कौशल और पारस्परिक संवाद के बारे में बताया। विद्यार्थियों ने अपनी रुचियों और विषय चयन की रोचकता पर अपने विचार व्यक्त किये। इस मौके पर कला संकाय के प्राध्यापक और सैकड़ो छात्र छात्रायें उपस्थित थे। संचालन कला संकायाध्यक्ष डॉ हेमचंद्र दुबे ने किया।



