logo

धरातल पर नही दिखते विकास के दावे,पुरातन युग की याद दिला रहा महिलाओ का डोली पर मरीज को ढोना

खबर शेयर करें -

उत्तराखंड में सड़क स्वास्थ्य और शिक्षा को लेकर लगातार सरकारों पर सवाल उठते रहे। बावजूद इसके मूलभूत समस्याएं बनी हुई है। जिले के हर गांव को सड़क से जोड़ने के बड़े बड़े दावे किए जाते है। लेकिन धरातल की हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। हालत यह है की महिलाओ को भी मरीजों को डोली पर मिलो ढोढकर लाना पड़ता है। यकीन नहीं होता तो बागेश्वर के डागती गांव का उदाहरण देख लीजिए।

ऐसा ही एक मामला लीती गांव के डांगती से भी आया है जहां महिलाएं बीमार व्यक्ति को डोली के सहारे सात किलोमीटर दूर सड़क पर लाते हैं। डागती गांव में जब भी कोई बीमार हो जाता है। तो गांव के बुजुर्ग और महिलाओं को डोली के सहारे पहले सात किलोमीटर पैदल चलते हैं फिर सड़क तक पहुंचते हैं उसके बाद 108 के माध्यम से वह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कपकोट पहुंचते हैं। गांव में पुरुष रोजगार की तलाश में गांव से बाहर होने से कम सख्या में ही है। महिलाएं पूरे दमखम के साथ बीमारों को अस्पताल पहुंचाने का हौसला भी रखती हैं। लंबे समय से परेशान गांव के लोग सरकारों से जल्द से जल्द उन्हें भी मूलभूत सुविधाओ को देने की मांग करते आ रहे हैं।

इसी बीच गांव के खड़क सिंह उम्र 47 वर्ष बीमार हो गए और उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट हो रही थी जिसको देखते हुए महिलाओं ने आगे कदम रखा और बारी-बारी से डोली के सहारे खड़क को सात किलोमीटर पैदल चलकर सड़क तक पहुंचे। उन्हें भी सड़क तक लाने के लिए ग्रामीणों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। वहा से सड़क से 108 के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कपकोट ले जाया गया जहां उनका इलाज जारी है। जिस तरह से गांव के हालात हो रहे हैं वह दावे और हकीकत को साफ तौर पर बयां करता है कि किस तरह से सरकारें जनता की समस्याओं के प्रति गंभीर है।

वहीं पूर्व विधायक ललित फर्सवाण ने बताया कि सरकार केवल अपनी वाहवाही लूटने का काम कर रही है जिस तरीके से आज भी लोगों को दुर्गम स्थानों में सड़क स्वास्थ्य के लिए जूझना पड़ रहा है इससे डबल इंजन सरकार के झूठे दावे साफ तौर पर दिखते हैं। सरकार अपने हाथ से अपनी पीठ थपथपाना बंद कर लोगों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करें

वही जिला पंचायत के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी ने कहा कि सरकार को इस जमीनी मुद्दों को समझना बहुत जरूरी है उन्होंने कहा कि जिस तरीके से गांव की महिलाओं को भी मरीजों को ले जाने के लिए आगे आना पड़ रहा है। इससे साफ पता चलता है कि रोजगार सड़क शिक्षा स्वास्थ्य के दावे पूरी तरह से झूठे हैं। सरकार को लोगो को मूलभूत सुविधाओं को पूरा करने के लिए आगे आना होगा।

वही विधायक कपकोट सुरेश गड़िया ने कहा कि कपकोट क्षेत्र के हर गांव-गांव और तोक-तोक तक सड़क पहुंचाने का काम किया जाएगा। मूलभूत सुविधाओं को भी जल्द पूरा किया जाएगा।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Share on whatsapp